रामपुर की रामकहानी
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रामपुर की रामकहानी
गाँव में ग्रंथालय? शर्मा जी पगला गये हैं
रामपुर की रामकहानी-20 गाँव में ग्रंथालय खोलने की बात जब मैंने अपने पड़ोसी तपन बाबू से की तो वे ठठाकर हँस पड़े। “ग्रामे लाइब्रेरी? कोलकाता शहरेर लाइब्रेरीगुलोर अवस्था की आपनी जानेन? पाठकरा आश्छे ना। बई बिक्री होच्छे…
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रामपुर की रामकहानी
रामपुर का दाम्पत्य
रामपुर की रामकहानी-19 सत्नरायन भैया की पत्नी दरवाजे के बगल में खड़ी होकर माँ से बातें कर रही थीं। नजरें झुकाए हुए मैं घर के भीतर जाने लगा तो उन्होंने मुस्कराते हुए मेरी ओर देखा और माँ से कहा,…
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रामपुर की रामकहानी
ये जीभ मानती नहीं इसको मैं क्या करूँ?
रामपुर की रामकहानी-17 सुखदेव काका को नहारी ( नाश्ता) पहुँचाने का काम मेरा था। स्कूल जाने से पहले मुझे नहारी लेकर खेत में जाना पड़ता था। माँ उनके लिए उबला हुआ चना या अरहर या मसूर या चावल का…
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रामपुर की रामकहानी
माई : महिमा बरनि न जाई
रामपुर की रामकहानी-13 माई का जन्म केवल दुख सहने के लिए हुआ था क्या? पति मामूली किसान, जिनके पास दो बैल की खेती भी नहीं। बैलगाड़ी से कुछ इधर- उधर की कमाई न कर लें तो परिवार को दो…
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रामपुर की रामकहानी
सुर्ती से दारू तक
रामपुर की रामकहानी-11 जीवन प्रकृति का सुन्दरतम उपहार है और इसे जीने का साधन है हमारा शरीर। इसीलिए बाऊजी कहा करते थे, “पहला सुख निरोगी काया”। अगर शरीर नीरोग है तो आनंद ही आनंद है और अगर शरीर…
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रामपुर की रामकहानी
कान्हे आली
रामपुर की रामकहानी-10 और सबेरे दस बजते-बजते कान्हे आली के प्राण पखेरू उड़ गए। सुबह का वक्त था। गाँव के लोगों की भीड़ जमा थी। कल तीसरे पहर ही जब उनको लेने एम्बुलेंस आयी थी और उनकी दशा देखकर…
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रामपुर की रामकहानी
जाति जाति में जाति
रामपुर की रामकहानी-8 मेरे टोले पर कोईराना पट्टी के लोग ब्राह्मणों के घर भी भोजन नहीं करते थे। सभी शाकाहारी थे। सभी कंठीधारी थे। जबकि ब्राह्मणों में कई लोग माँस-मछली खाते थे। लॉक डाउन के बाद गाँव गया तो लगभग…
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रामपुर की रामकहानी
कृषि-संस्कृति की समाधि
रामपुर की रामकहानी -4 “आदमी हो या पशु, भूख और प्यास से मरने में भी बड़ा वक्त लगता है। 17 दिन के बाद यहीँ प्राण निकले थे उसके। इतने दिन तक किसी ने उसे न पानी दिया था न…
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रामपुर की रामकहानी
भउजी
रामपुर की रामकहानी-3 ‘भउजी’। इस शब्द में गजब की मादकता है। कान में इस शब्द के पड़ते ही बदन में सनसनाहट दौड़ जाती है। देवर-भउजाई के रिश्ते की गर्माहट असल में गाँव में ही महसूस की जा सकती है।…
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रामपुर की रामकहानी
पुरनका टोला और सदानीरा
रामपुर की रामकहानी-1 (‘रामपुर की रामकहानी’, सिर्फ रामपुर की कहानी नहीं है। यह बदलते भारत और खासतौर से वैश्वीकरण के बाद हो रहे तीव्र विकास और उसकी दिशा की रामकहानी है। यह मेरे गाँव की सत्यकथा है। कल्पना के लिए…
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