Category: देश

देश

‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023’ के समर्थन में कांग्रेस

 

लोकसभा में विशेष सत्र के तीसरे दिन महिला आरक्षण बिल पर श्रीमती सोनिया गांधी ने कहा कि अध्यक्ष महोदय, आपने मुझे बोलने की इजाजत दी, मैं आपकी आभारी हूं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की तरफ मैं “नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023” के समर्थन में खड़ी हुई हूं।

धुंए से भरी हुई रसोई से लेकर रोशनी से जगमगाती हुई स्टेडियम तक भारत की स्त्री का सफर बहुत लंबा है, लेकिन आखिरकार उसने मंजिल को छू लिया है। उसने जन्म दिया, उसने परिवार चलाया, उसने पुरुषों के बीच तेज दौड़ लगाई और असीम धीरज के साथ अक्सर

खुद को हारते हुए, लेकिन आखिरी बाजी में जीतते हुए देखा। भारत की स्त्री के हृदय में महासागर जैसा धीरज है, उसने खुद के साथ हुई बेईमानी की शिकायत नहीं की और सिर्फ अपने फायदे के बारे में कभी नहीं सोचा। उसने नदियों की तरह सबकी भलाई के लिए काम किया है और मुश्किल वक्त में हिमालय की तरफ अडिग रही।

स्त्री के धैर्य का अंदाजा लगाना नामुमकिन है, वह आराम को नहीं पहचानती और थक जाना भी नहीं जानती। हमारे महान देश की मां है स्त्री, लेकिन स्त्री ने हमें सिर्फ जन्म ही नहीं दिया है, अपने आंसुओं, खून-पसीने से सींच कर हमें अपने बारे में सोचने लायक बुद्धिमान और शक्तिशाली भी बनाया है।

अध्यक्ष महोदय, स्त्री की मेहनत, स्त्री की गरिमा और स्त्री के त्याग की पहचान करके ही हम लोग मनुष्यता की परीक्षा में पास हो सके हैं।

आजादी की लड़ाई और नए भारत के निर्माण हर मोर्चे पर स्त्री पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ी है। वह उम्मीदों, आकांक्षाओं, तकलीफों और घर-गृहस्थी के बोझ के नीचे नहीं दबी।

सरोजिनी नायडू, सुचेता कृपलानी, अरुणा आसफ अली, विजयलक्ष्मी पंडित, राजकुमारी अमृत कौर और उनके साथ तमाम लाखों-लाखों महिलाओं से लेकर आज की तारीख तक स्त्री ने कठिन समय में, हर बार महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, बाबा साहेब अंबेडकर और मौलाना आजाद के सपनों को जमीन पर उतार कर दिखाया है। इंदिरा गांधी जी का व्यक्तित्व इस सिलसिले में एक बहुत ही रोशन और जिंदा मिसाल है।

अध्यक्ष महोदय, खुद मेरी जिंदगी का यह बहुत मार्मिक क्षण है। पहली दफा स्थानीय निकायों में स्त्री की भागीदारी तय करने वाला संविधान संशोधन मेरे जीवनसाथी राजीव गांधी जी ही लाए थे, जो राज्यसभा में 7 वोटों से गिर गया था।

बाद में प्रधानमंत्री श्री पीवी नरसिम्हा राव जी के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने ही उसे पारित कराया। आज उसी का नतीजा है कि देशभर के स्थानीय निकायों के जरिए हमारे पास 15 लाख चुनी हुई महिला नेता हैं। राजीव गांधी जी का सपना अभी तक आधा ही पूरा हुआ है। इस बिल के पारित होने के साथ ही वह पूरा होगा।

अध्यक्ष महोदय, कांग्रेस पार्टी इस बिल का समर्थन करती है। हमें इस बिल के पास होने से खुशी है, मगर इसके साथ-साथ एक चिंता भी है।

मैं एक सवाल पूछना चाहती हूं – पिछले 13 वर्षों से भारतीय स्त्रियां अपनी राजनीतिक हिस्सेदारी का इंतजार कर रही हैं। और अब, उन्हें कुछ वर्ष और इंतजार करने के लिए कहा जा रहा है। कितने वर्ष- 2 वर्ष? 4 वर्ष? 6 वर्ष? 8 वर्ष ? क्या भारत की स्त्रियों के साथ यह बर्ताव उचित है?

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की मांग है कि यह बिल फौरन अमल में लाया जाए, लेकिन इसके साथ ही Caste Census कराकर शेड्यूल कास्ट, शेड्यूल ट्राइब, OBCs की महिलाओं के आरक्षण की व्यवस्था की जाए। सरकार को इसे साकार करने के लिए भी जो कदम उठाने की जरुरत है, वह उठाने ही चाहिए।

अध्यक्ष महोदय, स्त्रियों के योगदान को स्वीकार करने और उसके प्रति आभार व्यक्त करने का यह सबसे उचित समय है। इस बिल को लागू करने में और देरी करना भारतीय स्त्रियों के साथ घोर नाइंसाफी है।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की तरफ से मैं, आपके द्वारा सरकार से मांग करती हूं कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 को, उसके रास्ते की सारी रुकावटों को दूर करते हुए जल्दी से जल्दी लागू किया जाए। ऐसा करना ना सिर्फ जरुरी है बल्कि संभव भी हैं

.

नई भूमिका के मुक़ाम पर भारत
11Sep
देश

एक नई वैश्विक भूमिका के मुक़ाम पर भारत

  भारत की राजनीति में अघटन (catastrophe) की कुछ बिल्कुल ताज़ा सूरतें अघटन ऐसा कोई...

भारत का स्वाधीनता संग्राम
01Sep
देश

भारत का स्वाधीनता संग्राम : विरासत और सबक 

  भारतीय स्वतन्त्रता के 75 वर्ष बाद भारतीय नागरिकों को न केवल स्वतन्त्रता...

श्यामलाल गुप्त पार्षद
14Aug
देश

झंडा गीत के रचयिता श्यामलाल गुप्त ‘पार्षद’

  भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उत्प्रेरक झंडा गीत ‘विजयी विश्व...

21Jun
देशमुद्दा

मियाँ का गड़हा: एक अमृत सरोवर की दर्द भरी दास्तान

  नवम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विशेष आलेख देश की आज़ादी के 75 वर्ष...

suprime court
28Mar
देश

न्यायिक नियुक्तियां: निष्पक्षता और पारदर्शिता का प्रश्न

  सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और चुनाव आयुक्तों...

20Mar
देशसामयिक

अश्लील ओटीटी, अनुराग की चेतावनी और शंकराचार्य का सनातन संकल्प

राजन कुमार अग्रवाल देश में टीवी की शुरुआत सितंबर 1959 में हो चुकी थी लेकिन मैंने...

29Jan
देश

शिक्षक ही बना सकते हैं विश्व गुरु

  मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में हमने स्पष्ट रूप...

भारत की जी-20 अध्यक्षता
16Dec
देश

भारत की जी-20 अध्यक्षता: भारतीय संस्कृति द्वारा जलवायु संतुलन और सतत विकास को प्राथमिकता देने का अवसर!

  भारत ने 1 दिसंबर, 2022 को आगामी वर्ष के लिए बीस देशों के शक्तिशाली...

03Oct
देश

स्वाधीन भारत के पचहत्तर वर्ष और उसके अन्तर्विरोध

  “कौन आज़ाद हुआ? किस के माथे से ग़ुलामी की सियाही छूटी, मेरे सीने में अभी...