प्रयागराज में मोहरब स्थित बायोवेद रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज (ब्रियाटस) में 20 फरवरी से दो दिवसीय किसानों का महत्वपूर्ण अधिवेशन होने जा रहा है। इस अधिवेशन में कृषि क्षेत्र में विशिष्ट पहचान रखने वाले देश के कई कृषि वैज्ञानिकों के साथ ही महाराष्ट्र, केरल, असोम, राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, हरियाणा, राजस्थान, तेलंगाना समेत कई राज्यों के प्रगतिशील किसान भी आ रहे हैं। ये प्रगतिशील किसान यहाँ आए लोगों से कम लागत से ज्यादा मुनाफे वाली खेती, बागवानी और पशुपालन को बेहतर करने के अपने अनुभव साझा करेंगे।
गौरतलब है कि इस अधिवेशन में बडी संख्या में आसपास जिले लखनऊ, बरेली, सीतापुर, कानपुर, महोबा, उन्नाव, फतेहपुर, वाराणसी, प्रतापगढ़, जौनपुर, भदोही, सुल्तानपुर के सैकड़ों किसान भी आयेंगे। 20 फरवरी को शुरु अधिवेशन का समापन 21 फरवरी की शाम को होगा।
कार्यक्रम के आयोजक डा. बृजेश कांत द्विवेदी हैं। श्री द्विवेदी के मुताबिक अधिवेशन में उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश, बिहार, हरियाणा, झारखण्ड, राजस्थान, आसोम, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ राज्यों के करीब तीन सौ से ज्यादा प्रगतिशील किसान आ रहे हैं। दो दिवसीय अधिवेशन को अलग- अलग सात सत्रों में बांटा गया है। अधिवेशन में खेती- किसानी, पशु पालन, बागवानी को बेहतर बनाने, आधुनिक खेती, कृषि कार्य में आने वाली समस्याओं के निदान पर विचार विमर्श किया जायेगा। कृषि वैज्ञानिक एवं कार्यक्रम के आयोजक डा. द्विवेदी ने बताया कि जिन समस्याओं का समाधान मौके पर नहीं होने लायक रहेगा, उसको कृषि वैज्ञानिक लैब में शोध करके उसका निदान खोजकर उसको किसानों तक पहुंचाएगे।
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शिवा शंकर पाण्डेय
लेखक सबलोग के उत्तरप्रदेश ब्यूरोचीफ और भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के प्रदेश महासचिव हैं| +918840338705, shivas_pandey@rediffmail.com

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