अमरनाथ

अमरनाथ

लेखक कलकत्ता विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर और हिन्दी विभागाध्यक्ष हैं। +919433009898, amarnath.cu@gmail.com
  • Sep- 2023 -
    3 September
    रामपुर की रामकहानी

    ठेके पर हरि नाम

      रामपुर की रामकहानी-16 “गाँव आये आज पाँच दिन हो गये. सिर्फ आज की रात सो पाया हूँ. दिन में मुझे सोने की आदत नहीं और रात होते ही लाउडस्पीकर की चिग्घाड़. कान झनझनाने लगते हैं. सर दर्द से परेशान…

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  • Aug- 2023 -
    20 August
    रामपुर की रामकहानीबाऊजी

    बाऊजी

      रामपुर की रामकहानी-15 19 फरवरी 1991, बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के इमेरजेंसी वार्ड का बेड नं.-7। रात के दो बज रहे हैं। डॉक्टर निर्विकार भाव से जाँच कर रहा है- सिर्फ हमारी संतुष्टि के लिए। सरोज, दीदी, विश्वंभर आदि…

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  • 9 August
    रामपुर की रामकहानी

    माई : जब जिन्दा लौट आई

      रामपुर की रामकहानी-14    1976 के नवंबर की दूसरी तारीख। शिक्षकों में सूचना फैल गयी कि इस माह का वेतन भी पंद्रह से पहले नहीं मिलेगा। डेढ़ सौ रूपये महीने की सैलरी, वह भी समय से नहीं। अगस्त और…

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  • Jul- 2023 -
    27 July
    रामपुर की रामकहानी

    माई : महिमा बरनि न जाई

      रामपुर की रामकहानी-13 माई का जन्म केवल दुख सहने के लिए हुआ था क्या? पति मामूली किसान, जिनके पास दो बैल की खेती भी नहीं। बैलगाड़ी से कुछ इधर- उधर की कमाई न कर लें तो परिवार को दो…

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  • Apr- 2023 -
    6 April
    रामपुर की रामकहानी

    ममहर का मोह

    रामपुर की रामकहानी-11 अँजोरिया रात थी। सुकवा उगने से पहले ही मामा के साथ मैं ममहर की ओर चल दिया। माई की आँखों से आँसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे। बाऊजी ने मेरे सिर पर हाथ फेरा।…

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  • Feb- 2023 -
    16 February
    रामपुर की रामकहानीसुर्ती से दारू तक

    सुर्ती से दारू तक

      रामपुर की रामकहानी-11   जीवन प्रकृति का सुन्दरतम उपहार है और इसे जीने का साधन है हमारा शरीर। इसीलिए बाऊजी कहा करते थे, “पहला सुख निरोगी काया”। अगर शरीर नीरोग है तो आनंद ही आनंद है और अगर शरीर…

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  • Jan- 2023 -
    17 January
    रामपुर की रामकहानीकान्हे आली

    कान्हे आली

    रामपुर की रामकहानी-10     और सबेरे दस बजते-बजते कान्हे आली के प्राण पखेरू उड़ गए। सुबह का वक्त था। गाँव के लोगों की भीड़ जमा थी। कल तीसरे पहर ही जब उनको लेने एम्बुलेंस आयी थी और उनकी दशा देखकर…

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  • Dec- 2022 -
    21 December
    रामपुर की रामकहानीकउड़ा

    कउड़ा

      रामपुर की रामकहानी –9    मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानी है ‘कफन’, जिसमें बाप बेटे- घीसू और माधव अपनी झोंपड़ी के बाहर अलाव में भुना हुआ आलू खा रहे हैं और बेटे की जवान बहू बुधिया प्रसव- वेदना से…

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  • 3 December
    शख्सियतवरवर राव

    वरवर राव : कविता से क्रान्ति

      आजाद भारत के असली सितारे – 59                       मुंशी प्रेमचंद ने साहित्य को राजनीति के आगे मशाल दिखाती हुई चलने वाली सचाई कहा है और लिखा है, कि हमारी कसौटी पर वही साहित्य खरा उतरेगा “जो हममें गति…

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  • Nov- 2022 -
    30 November
    शख्सियतराजीव दीक्षित

    राजीव दीक्षित : स्वदेशी आन्दोलन के असाधारण प्रवक्ता

      आजाद भारत के असली सितारे – 58 हमारे देश में स्वदेशी को देशप्रेम से जोड़कर देखने वालों की संख्या बहुत हैं। लोग स्वदेशी कंपनियों के उत्पाद को अपनाना प्रकारान्तर से देश की सेवा के रूप में देखते हैं। उनका…

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