अमिता

अमिता

लेखिका स्वतंत्र लेखक एवं शिक्षाविद हैं। सम्पर्क +919406009605, amitamasscom@gmail.com
  • Feb- 2025 -
    14 February
    चर्चा में

    प्रेम का जहर

      साल 2025 का आगाज दो बेहद ही ऐतिहासिक फैसले के साथ प्रारम्भ हुआ, जिसमें एक फैसला कोलकात्ता का था और दूसरा केरल से सम्बन्धित। जब कोलकात्ता के ‘आरजी कर’ अस्पताल में पूरे देश को झकझोर देने वाली बलात्कार और…

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  • Oct- 2024 -
    7 October
    शख्सियतपुष्पेंद्र पाल सिंह

    पुष्पेंद्र पाल सिंह: एक अपराजित योद्धा

      “हो न सका किसी को उसके कद का अंदाजा। वह आसमान था लेकिन सर झुकाए फिरता था।” प्रो. पुष्‍पेंद्र पाल सिंह जो शिक्षा जगत में पीपी सर के नाम से प्रसिद्ध, एक बेमिसाल शख्‍सियत थे। वे जहां भी रहें,…

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  • Oct- 2023 -
    1 October
    मुद्दा

    वरिष्ठजनों की व्यवस्था को विनम्र श्रद्वांजलि

      श्रवण कुमार की कहानी पौराणिक मिथकों में एक आदर्श मिथक के रूप में विद्यमान रही है। हर मां-बाप की यही कामना होती है कि बेटा हो तो श्रवण कुमार की तरह। लेकिन श्रवण कुमार तो दूर आज कल के…

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  • Sep- 2023 -
    14 September
    भाषाहिन्दी हैं हम वतन नहीं

    हिन्दी हैं हम, वतन नहीं

      कुछ समय पहले देश के टॉप विश्वविद्यालयों की सूची में शामिल एक विश्वविद्यालय में मैंने सह-आचार्य पद के लिए आवेदन किया था। जब साक्षात्कार की प्रक्रिया शुरू हुई और साक्षात्कार के लिए योग्य अभ्यर्थियों की सूची जारी हुई, तब…

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  • 5 September
    शिक्षा

    असाधारण से साधारण होते शिक्षक

    शिक्षा और शिक्षक दोनों ही समाज की एक मजबूत धुरी रहे हैं। इसीलिए कहा जाता है कि जिनमें शिक्षा नहीं होती है, वे लोग पशुवत कहे जाते हैं। पशु से अलग मनुष्य को, मनुष्य का दर्जा दिलाने में शिक्षक की…

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  • Mar- 2023 -
    8 March
    समाज

    महिला के जलने के उत्सव में महिला दिवस

      इस बार बहुत ही संयोग की बात है कि महिला दिवस और होली दोनों एक ही दिन मनाया जा रहा है। यह कुछ लोगों के लिए सौभाग्‍य है, तो कुछ के लिए दुर्भाग्‍य। एक तरफ किसी महिला के आग…

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  • Feb- 2023 -
    21 February
    विशेषवेलेंटाइन और एंटी वेलेंटाइन

    वो प्यार था या कुछ और

      वसंत ऋतु के आगमन के साथ ही प्रेम का भी मौसम देश-दुनिया में गुलजार होने लगता है। हर तरफ बाजार प्रेम के प्रतीकों से भर जाता है। युवाओं अथवा प्रेमी युगलों में जोश देखने लायक होता है। प्यार के…

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  • Nov- 2022 -
    19 November
    सामयिकपुरूष दिवस

    पितृसत्‍तामक समाज का वर्तमान पुरूष

      पिछले कुछ वर्षों में पितृसत्‍तामक समाज में भी पुरूष दिवस मनाने का चलन महिला दिवस की ही तर्ज पर जोर पकड़ने लगी है। किंतु, दोनों दिवस मनाने के उद्देश्‍य के पीछे काफी अंतर है। महिला दिवस जहाँ उनकी अस्मिता…

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  • Oct- 2022 -
    2 October
    सामयिक

    सेल्‍फी विद झाडू सीज़न

      वर्ष 2014 के बाद से भारत में स्‍वच्‍छता की बातों का प्रचार-प्रसार बहुत तेजी से बढ़ा। सभी सरकारी संस्‍थानों में स्‍वच्‍छता अभियान के तहत, स्‍वच्‍छता पखवाड़ा मनाना अनिवार्य कर दिया गया। यह पखवाड़ा सितम्बर माह में शुरू करके अक्‍टूबर…

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  • Sep- 2022 -
    5 September
    शिक्षादम तोड़ती शिक्षण व्‍यवस्‍था

    दम तोड़ती शिक्षण व्‍यवस्‍था और शिक्षक

      ‘‘राजा बोला- ‘रात है’ मंत्री बोला-‘रात है’ एक-एक कर फिर सभासदों की बारी आई उबासी किसी ने, किसी ने ली अँगड़ाई इसने, उसने-देखा-देखी फिर सबने बोला– ‘रात है…’ यह सुबह-सुबह की बात है…’’ गोविंद प्रसाद जी की ‘तीसरा पहर…

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