अमिता
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Oct- 2023 -1 Octoberमुद्दा
वरिष्ठजनों की व्यवस्था को विनम्र श्रद्वांजलि
श्रवण कुमार की कहानी पौराणिक मिथकों में एक आदर्श मिथक के रूप में विद्यमान रही है। हर मां-बाप की यही कामना होती है कि बेटा हो तो श्रवण कुमार की तरह। लेकिन श्रवण कुमार तो दूर आज कल के…
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Sep- 2023 -14 Septemberभाषा
हिन्दी हैं हम, वतन नहीं
कुछ समय पहले देश के टॉप विश्वविद्यालयों की सूची में शामिल एक विश्वविद्यालय में मैंने सह-आचार्य पद के लिए आवेदन किया था। जब साक्षात्कार की प्रक्रिया शुरू हुई और साक्षात्कार के लिए योग्य अभ्यर्थियों की सूची जारी हुई, तब…
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5 Septemberशिक्षा
असाधारण से साधारण होते शिक्षक
शिक्षा और शिक्षक दोनों ही समाज की एक मजबूत धुरी रहे हैं। इसीलिए कहा जाता है कि जिनमें शिक्षा नहीं होती है, वे लोग पशुवत कहे जाते हैं। पशु से अलग मनुष्य को, मनुष्य का दर्जा दिलाने में शिक्षक की…
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Mar- 2023 -8 Marchसमाज
महिला के जलने के उत्सव में महिला दिवस
इस बार बहुत ही संयोग की बात है कि महिला दिवस और होली दोनों एक ही दिन मनाया जा रहा है। यह कुछ लोगों के लिए सौभाग्य है, तो कुछ के लिए दुर्भाग्य। एक तरफ किसी महिला के आग…
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Feb- 2023 -21 Februaryविशेष
वो प्यार था या कुछ और
वसंत ऋतु के आगमन के साथ ही प्रेम का भी मौसम देश-दुनिया में गुलजार होने लगता है। हर तरफ बाजार प्रेम के प्रतीकों से भर जाता है। युवाओं अथवा प्रेमी युगलों में जोश देखने लायक होता है। प्यार के…
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Nov- 2022 -19 Novemberसामयिक
पितृसत्तामक समाज का वर्तमान पुरूष
पिछले कुछ वर्षों में पितृसत्तामक समाज में भी पुरूष दिवस मनाने का चलन महिला दिवस की ही तर्ज पर जोर पकड़ने लगी है। किंतु, दोनों दिवस मनाने के उद्देश्य के पीछे काफी अंतर है। महिला दिवस जहाँ उनकी अस्मिता…
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Oct- 2022 -2 Octoberसामयिक
सेल्फी विद झाडू सीज़न
वर्ष 2014 के बाद से भारत में स्वच्छता की बातों का प्रचार-प्रसार बहुत तेजी से बढ़ा। सभी सरकारी संस्थानों में स्वच्छता अभियान के तहत, स्वच्छता पखवाड़ा मनाना अनिवार्य कर दिया गया। यह पखवाड़ा सितम्बर माह में शुरू करके अक्टूबर…
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Sep- 2022 -5 Septemberशिक्षा
दम तोड़ती शिक्षण व्यवस्था और शिक्षक
‘‘राजा बोला- ‘रात है’ मंत्री बोला-‘रात है’ एक-एक कर फिर सभासदों की बारी आई उबासी किसी ने, किसी ने ली अँगड़ाई इसने, उसने-देखा-देखी फिर सबने बोला– ‘रात है…’ यह सुबह-सुबह की बात है…’’ गोविंद प्रसाद जी की ‘तीसरा पहर…
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Aug- 2022 -14 Augustमीडिया
मीडिया: मिशन से प्रोफेशन तक का सफर
आज पूरे देश में आजादी के अमृत महोत्सव की चर्चा और उत्सव दोनों ही चरम पर है। इस महोत्सव के माध्यम से लोगों को देशभक्ति की भावना से जोड़ने की एक अच्छी पहल की जा रही है। इस उत्सव…
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May- 2022 -3 Mayमीडिया
प्रेस की स्वतन्त्रता बनाम बाध्यता
हमारे जीवन में प्रेस का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। आज भी अधिकांश लोग दिन की शुरूआत अखबारों से ही करते हैं। समाज में सजगता और जागरूकता बनाये रखने में इसका उल्लेखनीय योगदान है। इसीलिए प्रेस को लोक प्रहरी…
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