महेन्द्र राजा जैन
-
Dec- 2020 -1 Decemberसामयिक
ब्लैक फ्राइडे : उपभोक्ताओं को ठगने का दिन
दुनिया की सबसे बड़ी अर्थ व्यवस्था में ‘थैंक्सगिविंग डे’ के उत्सव के माहोल के बाद का दूसरा दिन यानी नवम्बर का चौथा शुक्रवार या ‘ब्लैक फ्राइडे’ सबसे बड़ा ‘शापिंग डे’ बन गया है। करोड़ों अमेरिकी लोग खरीददारी के लिए…
Read More » -
Nov- 2020 -1 Novemberमुद्दा
पिछली महामारियों से कुछ नहीं सीखा …
1994 में अपनी पुस्तक ‘द कमिंग प्लेग’ में लौरी गैरेट ने चेतावनी दी थी ‘जब मानव जाति थोड़ी-सी चीजों, सीमित और भीड़भरी जमीन और दुष्प्राप्य साधनों के लिए आपस में झगड़ती रहेगी, इसका फायदा रोगाणुओं को मिलेगा। वे हमारे…
Read More » -
Sep- 2020 -27 Septemberअंतरराष्ट्रीय
इसरायली विश्वविद्यालयों के बहिष्कार का प्रश्न
करीब तीन वर्ष पहले ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों के 300 से अधिक प्रोफेसरों और बौद्धिकों ने लन्दन के समाचारपत्र ‘द गार्डियन’ में पूरे पृष्ठ का विज्ञापन देकर इसरायल के बहिष्कार करने की घोषणा की थी । यह विज्ञापन ‘ ए…
Read More » -
17 Septemberमुद्दा
ईशनिंदा की नयी परिभाषा !
क्या बाइबिल, हदीथ और कुरआन जैसे धर्मग्रंथों में लिखी किसी बात को सार्वजनिक रूप से पढ़ना, लिखना या उस पर विचार-विमर्श करना ईशनिंदा माना जाना चाहिए? स्ट्रासबर्ग स्थित मानवाधिकार की यूरोपियन अदालत (European Court of Human Rights) के हाल…
Read More » -
9 Septemberअंतरराष्ट्रीय
धार्मिक मान्यता बनाम यौन मान्यता का प्रश्न
यदि किसी हिन्दू पेंटर से कोई ऐसा बिल बोर्ड तैयार करने को कहा जाए जिसमें हनुमान को विश्व का पहला आतंकी बतलाया जाए या जिसमें ‘अल्ला हो अकबर’ लिखा जाए और वह पोस्टर बनाने से मना कर दे,इसी प्रकार…
Read More » -
Jul- 2020 -13 Julyधर्म
क्या इस्लाम मूर्तिभंजक है?
अरब में सातवीं सदी में एक साधारण से मकान के दरवाजे पर एक स्त्री ने परदा टांग दिया। परदे पर पशु-पक्षियों याने जीवित प्राणियों की आकृतियाँ काढी हुई थीं। जब उसका पति घर लौटा तो परदा देख कर उसे…
Read More » -
Jun- 2020 -19 Juneसामयिक
मई और जून की गरमी..
महेंद्र राजा जैन मई और जून का महीना! इन दो महीनों की गरमी बहुत लोगों को पसन्द नहीं होगी। यही बात उन लाखों/करोड़ों विद्यार्थियों के सम्बन्ध में भी कही जा सकती है जिन्हें इस समय परीक्षाओं की तैयारी…
Read More » -
May- 2020 -29 Mayसमाज
इस्लाम का असली चेहरा
आज के ब्रिटेन में इस्लाम का असली चेहरा न तो वहाँ की मस्जिदों में मिलेगा, न वहाँ के मदरसों में। उसके लिए तो आपको ब्रिटिश म्यूजियम में हाल में ही खुली अलबुखारी इस्लामिक गैलरी में जाना होगा जहाँ प्रदर्शित…
Read More » -
21 Mayसामयिक
अब वर्तमान को भूल जाएँ!
पहले एक कहावत थी “वर्तमान अतीत की ओर देखता है”, जैसे कि कभी-कभी लोग अब भी कह बैठते हैं कि इससे तो अच्छे अँग्रेज थे। अब वह बात नहीं रही। अब भला हो, कोरोना वायरस का! लोग अतीत की…
Read More »