शिवदयाल

शिवदयाल

हिन्दी के समकालीन सृजनात्मक एवम् वैचारिक लेखन के महत्वपूर्ण हस्ताक्षर। सम्पर्क +919835263930, sheodayallekhan@gmail.com
  • Jul- 2022 -
    26 July
    देशधर्म राजनीति लोकतन्त्र राष्ट्र

    धर्म, राजनीति, लोकतन्त्र और राष्ट्र

      भारत में सदियों से धर्म और राजनीति एक-दूसरे से  गुत्थम-गुत्था रहे हैं। कम से कम उस समय से जबकि राजनीतिक विजय के पश्चात राजसत्ता के माध्यम से धर्मसत्ता स्थापित करने का भी अभियान चलाया गया यहाँ के मूल या…

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  • Feb- 2022 -
    16 February
    देशभारतीय राष्ट्रवाद की भूमिका

    भारतीय राष्ट्रवाद की भूमिका

      भारत ही नहीं, पूरे विश्व में राष्ट्रीयताओं का मुद्दा बहुत जटिल हो गया है, बल्कि इसके अत्यन्त खतरनाक आयाम सामने आ रहे हैं। राष्ट्रवाद दो महायुद्धों का कारक रहा है- यह तथ्य भी दृष्टि से ओझल नहीं होना चाहिए,…

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  • Aug- 2020 -
    29 August
    मुद्दा

    प्रव्रजन एक जरूरत

      कोरोना अपने आप में एक भयानक विश्वव्यापी त्रासदी है। दुनिया भर में इससे जुड़े रोंगटे खड़े कर देनेवाले प्रसंग और घटनाएँ सामने आयीं। भारत में दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, सूरत, हैदराबाद आदि शहरों, रोजगार केन्द्रों से लाखों की संख्या…

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