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All Posts By मणीन्द्र नाथ ठाकुर

11Feb
पश्चिम बंगाल

बंगाल का बदलता राजनैतिक समीकरण

मणीन्द्र नाथ ठाकुरFeb 11, 2021

  बंगाल चुनाव पर विश्लेषकों की नजर टिकी हुई है। उनके लिए यह आकलन करना मुश्किल...

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10Jul
शख्सियतस्मृति शेष

डॉ. मिथिलेश कांति : होना एक शिक्षक का

मणीन्द्र नाथ ठाकुरJul 10, 2019

  बहुत से लोग जानते हैं कि बिहार-झारखंड का एक प्रसिद्ध विद्यालय है जिसका नाम...

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10Apr
आँखन देखीजम्मू-कश्मीर

कश्मीर का बिखरता समाज

मणीन्द्र नाथ ठाकुरApr 10, 2019

  पुलवामा की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। लेकिन आज की यह अकेली घटना...

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07Mar
आँखन देखी

ऐसे भी जीते हैं लोग 

मणीन्द्र नाथ ठाकुरMar 07, 2019

  पिछले दिनों पुणे की एक संस्था ‘लोकायत’ ने गाँधी पर एक व्याख्यान देने के लिए...

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04Oct
आँखन देखीदेशकालमुद्दा

जनतन्त्र और जनान्दोलन…

मणीन्द्र नाथ ठाकुरOct 04, 2018

 यदि आज आप दुनिया के मानचित्र को लेकर बैठें और उसमें विश्व के अलग-अलग हिस्सों...

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10Dec
आँखन देखीबिहारसाहित्यस्तम्भ

आंखन देखी : अयाची के गाँव से 

मणीन्द्र नाथ ठाकुरDec 10, 2017

  हाल में मैंने कुछ मित्रों के साथ मिथिला की यात्रा की थी। ख़ासकर हमलोग आयाची...

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    सत्यदेव त्रिपाठीAug 14, 2022
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    सुदीप ठाकुरAug 14, 2022
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    अमरनाथAug 13, 2022
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    वीरेन नन्दाAug 12, 2022
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    दलित आत्मकथाओं के आईने में आजादी

    सुरेश कुमारAug 12, 2022
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    आज़ादी का अमृत काल

    राजकुमार सिंहAug 12, 2022
  • भारतीय संस्कृति में पर्यावरण

    भारतीय संस्कृति में पर्यावरण की चिंता

    ध्रुव गुप्तAug 12, 2022
  • बंगाल

    बंगाल : भारत विभाजन की प्रयोगशाला

    विप्लव विकासAug 11, 2022
  • लाल सिंह चड्ढा

    ‘लाल सिंह चड्ढा’ देखनी चाहिए?… जो हुकुम

    तेजस पूनियांAug 11, 2022
  • बिहार में फासीवाद

    बिहार में फासीवाद के विकल्प का नया संधान

    अरुण माहेश्वरीAug 11, 2022
  • अमृत महोत्सव एक नई दृष्टि

    रेशमा त्रिपाठीAug 10, 2022
  • अखाड़ा

    सपनों की चादर में जिंदगी का ‘अखाड़ा’

    तेजस पूनियांAug 09, 2022
  • हमर छत्तीसगढ़

    अलौकिकता का अहसास ‘हमर छत्तीसगढ़’ में

    तेजस पूनियांAug 08, 2022
  • मुक्तिबोध का

    मुक्तिबोध का आख़िरी ठिकाना

    जय प्रकाशAug 08, 2022
  • डार्लिंग्स

    बिच्छु का बोझ ढोना छोड़ो ‘डार्लिंग्स’

    रक्षा गीताAug 08, 2022
  • हनुमान होना

    हनुमान होना क्या होना है

    मृत्युंजयAug 06, 2022
  • डार्लिंग्स'

    जमकर बदला लेने में कई दफ़ा फिसलती ‘डार्लिंग्स’

    तेजस पूनियांAug 06, 2022
  • राज बिसारिया

    राज बिसारिया के रंगमंच की दुनिया

    राजेश कुमारAug 05, 2022
  • लव गुरु

    प्रेम के रंग: रेडियो के संग

    अनुपमा श्रीवास्तवAug 05, 2022
  • बॉलीवुड पर दक्षिण और दक्षिणपन्थ का साया

    जावेद अनीसAug 04, 2022
  • भारतीय राजनीति का प्रस्थान बिन्दु

    भारतीय राजनीति का प्रस्थान बिन्दु

    शशांक चतुर्वेदीAug 04, 2022
  • त्रिशूल हिलने वाला मंदिर

    एक फिल्मकार का हलफ़नामा : भाग-2

    वीरेन नन्दाAug 03, 2022
  • मरिकी बाभन

    मरिकी बाभन

    अमरनाथAug 03, 2022
  • गोपाल सेन

    पश्चिम बंगाल में शिक्षक बेहाल

    विप्लव विकासAug 01, 2022

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    तेजस पूनियांMar 23, 2021
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    जावेद अनीसApr 26, 2020
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    मणीन्द्र नाथ ठाकुरMar 07, 2019
  • ऋषि वात्स्यायन के कामसूत्र की प्रासंगिकता

    तेजस पूनियांApr 23, 2021
  • गम्भीर संकट में वैश्विक अर्थव्यवस्था 

    बसन्त हेतमसरियाApr 05, 2020
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    भारत की पीठ पर बौद्धिक बोझ

    वैभव सिंहApr 02, 2020
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    कोरोना महामारी क्या प्रकृति की चेतावनी है?

    विनोद तिवारीApr 14, 2020
  • महामारी और महिलाएँ

    रजनीJul 12, 2020
  • workers

    मजदूर आन्दोलन की तरफ बढ़ता देश

    प्रणय प्रियंवदMay 09, 2020
  • लूट की भूख

    अमिताJan 23, 2018
  • स्वामी सहजानन्द सरस्वती : सन्यास से समाजवादी तक का सफर

    अनीश अंकुरJun 26, 2020
  • MIGRANTS WORKERS

    छटपटाते भारतीय प्रवासी मजदूर

    अनुराधा गुप्ताApr 21, 2020
  • कोरोना के खिलाफ

    कोरोना के खिलाफ लम्बी लड़ाई

    सुनील कुमार शर्माJul 18, 2021
  • अम्बेडकर के बिना अधूरा है दलित साहित्य

    आशीष कुमार ‘दीपांकर’Jan 15, 2018
  • कोरोना का विश्वव्यापी प्रभाव

    सुभद्रा राठौरApr 15, 2020

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  • ‘पूर्वांचल के नायक’ में आधा सौ बच्चे मंच पर…
  • 52 सालों बाद दादीमाँ के मायके में एक दिन…
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