• कोरोना के बाद आवश्यक है जनसंख्या प्रबन्धन
  • सादा जीवन उच्च विचार : देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
  • ‘टुंपा राजनीति’ और वाम
  • किसान आन्दोलन और उसकी चिन्ताएँ
  • गहरे अंतर्मन में व्यथित करती है दिल्ली रायट्स
सच के साथ, सब के साथ
  • मुनादी
  • संवेद
  • आवरण कथा
  • देश
  • चर्चा में
  • राज्य
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • छत्तीसगढ़
    • जम्मू-कश्मीर
    • झारखंड
    • दिल्ली
    • पंजाब
    • बिहार
    • मध्यप्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
  • स्तम्भ
    • सृजनलोक
    • EPW के सम्पादकीय
    • आँखन देखी
    • आत्मकथ्य
    • आर्थिकी
    • स्त्रीकाल
    • एक पुरातत्त्ववेत्ता की डायरी
    • क्रन्तिनामा
    • खुला दरवाजा
    • चतुर्दिक
    • देशकाल
    • पर्यावरण
    • पुस्तक-समीक्षा
    • मुद्दा
    • शख्सियत
    • शहर-शहर से
    • सिनेमा
    • मीडिया
    • साँच कहो तो मारन धावै
    • तीसरी घंटी
    • स्मृति शेष
    • हाँ और ना के बीच
    • व्यंग्य
    • हस्तक्षेप
    • सामयिक
    • PDF फाइल
      • सबलोग पत्रिका
  • अंतरराष्ट्रीय
  • जूम इन
  • सिनेमा
  • साहित्य
  • शॉप
  • हमारे बारे में
    • Terms and Conditions
    • My account
    • Checkout
    • Cart
  • हमारे लेखक
  • KISHAN KALJAYEE
  • मुनादी
  • संवेद
  • आवरण कथा
  • देश
  • चर्चा में
  • राज्य
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • छत्तीसगढ़
    • जम्मू-कश्मीर
    • झारखंड
    • दिल्ली
    • पंजाब
    • बिहार
    • मध्यप्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
  • स्तम्भ
    • सृजनलोक
    • EPW के सम्पादकीय
    • आँखन देखी
    • आत्मकथ्य
    • आर्थिकी
    • स्त्रीकाल
    • एक पुरातत्त्ववेत्ता की डायरी
    • क्रन्तिनामा
    • खुला दरवाजा
    • चतुर्दिक
    • देशकाल
    • पर्यावरण
    • पुस्तक-समीक्षा
    • मुद्दा
    • शख्सियत
    • शहर-शहर से
    • सिनेमा
    • मीडिया
    • साँच कहो तो मारन धावै
    • तीसरी घंटी
    • स्मृति शेष
    • हाँ और ना के बीच
    • व्यंग्य
    • हस्तक्षेप
    • सामयिक
    • PDF फाइल
      • सबलोग पत्रिका
  • अंतरराष्ट्रीय
  • जूम इन
  • सिनेमा
  • साहित्य
  • शॉप
  • हमारे बारे में
    • Terms and Conditions
    • My account
    • Checkout
    • Cart
  • हमारे लेखक
  • KISHAN KALJAYEE
  • मुनादी
  • संवेद
  • आवरण कथा
  • देश
  • चर्चा में
  • राज्य
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • छत्तीसगढ़
    • जम्मू-कश्मीर
    • झारखंड
    • दिल्ली
    • पंजाब
    • बिहार
    • मध्यप्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
  • स्तम्भ
    • सृजनलोक
    • EPW के सम्पादकीय
    • आँखन देखी
    • आत्मकथ्य
    • आर्थिकी
    • स्त्रीकाल
    • एक पुरातत्त्ववेत्ता की डायरी
    • क्रन्तिनामा
    • खुला दरवाजा
    • चतुर्दिक
    • देशकाल
    • पर्यावरण
    • पुस्तक-समीक्षा
    • मुद्दा
    • शख्सियत
    • शहर-शहर से
    • सिनेमा
    • मीडिया
    • साँच कहो तो मारन धावै
    • तीसरी घंटी
    • स्मृति शेष
    • हाँ और ना के बीच
    • व्यंग्य
    • हस्तक्षेप
    • सामयिक
    • PDF फाइल
      • सबलोग पत्रिका
  • अंतरराष्ट्रीय
  • जूम इन
  • सिनेमा
  • साहित्य
  • शॉप
  • हमारे बारे में
    • Terms and Conditions
    • My account
    • Checkout
    • Cart
  • हमारे लेखक
  • KISHAN KALJAYEE

All Posts By मणीन्द्र नाथ ठाकुर

11Feb
पश्चिम बंगाल

बंगाल का बदलता राजनैतिक समीकरण

मणीन्द्र नाथ ठाकुरFeb 11, 2021

  बंगाल चुनाव पर विश्लेषकों की नजर टिकी हुई है। उनके लिए यह आकलन करना मुश्किल...

Continue reading

नवीनतम आलेख

  • कोरोना के बाद आवश्यक है जनसंख्या प्रबन्धन
  • सादा जीवन उच्च विचार : देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
  • ‘टुंपा राजनीति’ और वाम
  • किसान आन्दोलन और उसकी चिन्ताएँ
  • गहरे अंतर्मन में व्यथित करती है दिल्ली रायट्स
  • योगेन्द्र यादव की राजनीति और किसान आन्दोलन के हित!
  • फ़ेक न्यूज़ पर कार्रवाई को लेकर सोशल मीडिया और सरकारों के बीच अधिकार क्षेत्र की शुरू हुई नई जंग
  • मातृभाषा ही उन्‍नति मार्ग
  •  बीसवीं सदी और आज के हिन्दी सिनेमा में दलित नायक
  • बंगाल, बंगालीपन और वामपन्थ
  • मनोरंजन की गारंटी नहीं ट्यूजडेज एंड फ्राईडेज में
  • इनके लिए कोरोना भी मनमानी का अवसर
  • बायोवेद में किसान – कृषि वैज्ञानिकों का अधिवेशन
  • आजादी का जश्न उनका, बँटवारे का गम हमारा
  • बंगालियत और वामपन्थ: संदर्भ बंगाल चुनाव
  • ये सड़क कहाँ जाती है?
  • ग्लोबल राइटर्स फेस्टिवल ने किया बसंतोत्सव काव्य गोष्ठी का आयोजन
  • निराला की कविता का अन्तर्राग
  • बंगाल के चुनाव के संकेतों को पकड़ने का एक आधार
  • प्‍यार या व्‍यापार
  • पितृसत्तात्मकता को चुनौती देती काँचली
  • रेडियो सूचना का सशक्त एवं प्रभावी माध्यम
  • हौसलों की उड़ान
  • किसान आन्दोलन और उससे आगे
  • अस्तित्वगत संघर्ष का प्रतिदर्श : नियमगिरि

RSS संवेद

  • कथा-संवेद – 12
  • शरतचन्द्र की रचनाओं में स्त्री पात्रों के विभिन्न आयाम
  • राकेश तिवारी की कहानियाँ : फंतासी की नज़र से यथार्थ की तस्वीर
  • कथा संवेद – 11
  • प्रीत-पीड़ा-राग

Facebook

Twitter

My Tweets

हमारे बारे में | हमारे लेखक | संवेद

पिछले लेख देखें

सबलोग को whatsapp पर subscribe करने के लिए यहाँ क्लिक करें |
व्हात्सप्प द्वारा जुडें सबलोग से व्हात्सप्प द्वारा जुडें और पोस्ट की सूचना पाते रहें|