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All Posts By महेश कुमार

दुनिया में औरत
09May
पुस्तक-समीक्षा

वैश्विक बहनापे की विरासत से परिचय कराती है ‘दुनिया में औरत’

महेश कुमारMay 09, 2022

  सुजाता जी की यह किताब 2022 ई. में राजपाल प्रकाशन से प्रकाशित हुई है। इसमें...

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सुलगन
25Apr
पुस्तक-समीक्षा

21वीं सदी के भारतीय लोकतन्त्र में पहचान की राजनीति की पड़ताल ‘सुलगन’

महेश कुमारApr 25, 2022

  संविधान लागू हुए बहत्तर साल होने को है। सकारात्मक विभेद (positive discrimination) के जरिए...

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05Mar
समीक्षा

जीवन के रंग में वापसी की प्रेम कहानी है ‘रंगों की रोशनी’

महेश कुमारMar 05, 2022

  बिंज (bynge) पर मनीषा कुलश्रेष्ठ की लम्बी कहानी ‘रंगों की रोशनी में’...

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वह साल बयालीस था
10Feb
पुस्तक-समीक्षा

प्रेम का साहचर्य पक्ष है ‘वह साल बयालीस था’

महेश कुमारFeb 10, 2022

  बिंज एप पर रश्मि भारद्वाज का उपन्यास ‘वह साल बयालीस था’ बयालीस एपिसोड...

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सियाहत
20Jan
पुस्तक-समीक्षा

यात्रा के बहाने स्थानीयता और राष्ट्रीयता को जोड़ने वाला सेतु है ‘सियाहत’

महेश कुमारJan 20, 2022

  हिन्दी में यात्रा वृत्तांत खूब लिखे गए। लेकिन 21वीं सदी में अचानक सार्थक...

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नो नेशन फ़ॉर वीमेन
23Dec
पुस्तक-समीक्षा

बलात्कार के विभिन्न पक्षों की पड़ताल है ‘नो नेशन फॉर वीमेन’

महेश कुमारDec 23, 2021

  गणेशन. एन. देवी अपनी किताब ‘countering violence’ में हिंसा के पश्चिमी और पूरब के...

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स्टापू
30Nov
स्त्रीकाल

प्रेम कहानी के केन्द्र में ‘बहनापे’ को प्रस्तुत करती ‘स्टापू’

महेश कुमारNov 30, 2021

  स्टापू एक खेल है जिसे बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में छूकिता या कित-कित कहा...

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फिल्म 'जय भीम'
16Nov
सिनेमा

आदिवासियों के स्वाभिमान की लड़ाई है ‘जय भीम’

महेश कुमारNov 16, 2021

  तमिल फिल्म ‘जय भीम’ जस्टिस चंद्रू के 1993 के एक केस पर आधारित है। यह फ़िल्म...

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जलियांवाला हत्याकाण्ड
08Nov
सामयिक

1913 का मानगढ़ संघर्ष, गोविंद गुरु की उपेक्षा और जलियांवाला हत्याकाण्ड : इतिहास और फ़िल्म निर्माण

महेश कुमारNov 08, 2021

  संदर्भ : सरदार उधम सिंह फ़िल्म हाल में ही एक फ़िल्म आयी है ‘सरदार उधम...

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एक देश बारह दुनिया
30Oct
पुस्तक-समीक्षा

नागरिकता के अर्थ की तलाश है ‘एक देश बारह दुनिया’

महेश कुमारOct 30, 2021

  हाल के कुछ वर्षों में जनपक्षधर पत्रकारिता से जुड़े जो जीवन्त रिपोर्ताज...

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    विभा ठाकुरAug 15, 2022
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    अमरनाथAug 15, 2022
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    सत्यदेव त्रिपाठीAug 14, 2022
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    मीडिया: मिशन से प्रोफेशन तक का सफर

    अमिताAug 14, 2022
  • गांव के लोग

    विकास के राजपथ पर कहां हैं गांव?

    सुदीप ठाकुरAug 14, 2022
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    किसकी आजादी का अमृत महोत्सव?

    अमरनाथAug 13, 2022
  • एक फिल्मकार का हलफ़नामा : भाग 3

    वीरेन नन्दाAug 12, 2022
  • दलित आत्मकथाओं में आजादी

    दलित आत्मकथाओं के आईने में आजादी

    सुरेश कुमारAug 12, 2022
  • आज़ादी का अमृत काल

    आज़ादी का अमृत काल

    राजकुमार सिंहAug 12, 2022
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    भारतीय संस्कृति में पर्यावरण की चिंता

    ध्रुव गुप्तAug 12, 2022
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    बंगाल : भारत विभाजन की प्रयोगशाला

    विप्लव विकासAug 11, 2022
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    ‘लाल सिंह चड्ढा’ देखनी चाहिए?… जो हुकुम

    तेजस पूनियांAug 11, 2022
  • बिहार में फासीवाद

    बिहार में फासीवाद के विकल्प का नया संधान

    अरुण माहेश्वरीAug 11, 2022
  • अमृत महोत्सव एक नई दृष्टि

    रेशमा त्रिपाठीAug 10, 2022
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    सपनों की चादर में जिंदगी का ‘अखाड़ा’

    तेजस पूनियांAug 09, 2022
  • हमर छत्तीसगढ़

    अलौकिकता का अहसास ‘हमर छत्तीसगढ़’ में

    तेजस पूनियांAug 08, 2022
  • मुक्तिबोध का

    मुक्तिबोध का आख़िरी ठिकाना

    जय प्रकाशAug 08, 2022
  • डार्लिंग्स

    बिच्छु का बोझ ढोना छोड़ो ‘डार्लिंग्स’

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    मृत्युंजयAug 06, 2022
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    मजदूर आन्दोलन की तरफ बढ़ता देश

    प्रणय प्रियंवदMay 09, 2020
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    अमिताJan 23, 2018
  • स्वामी सहजानन्द सरस्वती : सन्यास से समाजवादी तक का सफर

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