नीरज कुमार
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डॉ. राममनोहर लोहिया के जन्मदिवस पर विशेष
डॉ. लोहिया का जीवन और चिन्तन दोनों एक प्रयोग था। यदि महात्मा गाँधी का जीवन सत्य के साथ प्रयोग था तो डॉ. लोहिया का जीवन और चिन्तन समतामूलक समाज की स्थापना के लिए सामाजिक दर्शन और कार्यक्रमों के साथ…
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मुद्दा
जल-हल-करघा संवाद की आवश्यकता क्यों?
आज दुनिया की सभ्यताओं की विकास को देखें तो पता चलता है कि पूँजी और धार्मिक संस्था सामाजिक व्यवस्था को नियंत्रित किये हुए है। इससे राजनीति और आर्थिक संस्था भी अछूता नहीं है। ऐसे में सभ्यता के क्रमिक विकास…
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राजनीति
करिश्माई नेता हमेशा नहीं पैदा होते
एक पिछड़ी जाति में पैदा होने के नाते मैं लालू जी की अहमियत को आज की राजनीति में ज्यादा बेहतर समझता हूँ। जो नेता जेल में रहकर भी बिहार की राजनीति में अभी भी उतना ही प्रासंगिक है जितना…
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शख्सियत
रक्त के मिश्रण से ही अपनेपन की भावना पैदा होगी
डॉ. भीमराव आम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ, वे जन्म से अस्पृश्य थे। आम्बेडकर अभावों और अस्पृश्यता के साथ जुड़े कलंक से जूझते हुए ही पले बढ़े। उच्च शिक्षा प्राप्त कर ऊँचे पदों पर पहुँच जाने पर…
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शख्सियत
आधुनिक शिक्षा के पैरोकार सैयद अहमद खान
सैयद अहमद खान का जन्म 17 अक्टूबर 1817 में हुआ था और इनकी मृत्यु 27 मार्च 1898 को हृदय गति रुक जाने के कारण हुई । सैयद अहमद खान उन्नीसवीं शताब्दी के ऐसे विचारक थे जिन्होंने भारत के मुस्लिम समुदाय…
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