
मुख्यमंत्री भगवंत मान के एक साल के कार्यकाल में कानून-व्यवस्था में सुधार
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार के सत्ता में आने के एक साल बाद सीमावर्ती राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। ऐसा दरअसल इसलिए है क्योंकि अधिकांश अपराधियों और गैंगस्टरों को भगवंत मान की सरकार ने सलाखों के पीछे डाल दिया है। वहीं कई अपराधियों और गैंगस्टरों ने राज्य में असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर पंजाब पुलिस की कड़ी नजर के बीच राज्य को छोडऩा चुना है।
पंजाब में अपराध में उल्लेखनीय गिरावट
पिछले कुछ महीनों में, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव की देखरेख में पंजाब पुलिस ने कई विशेष अभियान चलाए हैं और अधिकांश अभियानों में डीजीपी खुद इन अभियानों का संचालन करने के लिए पूरे पुलिस बल का नेतृत्व करने के लिए मैदान में उतरे हैं। जिसका उद्देश्य आम जनता में सुरक्षा की भावना पैदा करना और असामाजिक तत्वों के बीच भय पैदा करने के लिए पुलिस की उपस्थिति बढ़ाना था। इन ऑपरेशनों में कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशंस (कैसोज़), खूंखार गैंगस्टरों के ठिकानों पर छापेमारी, विशेष वाहन जाँच अभियान, ऑपरेशन सील, रात के वक्त चलाए जाने वाले ऑपरेशन आदि शामिल हैं।
पिछले एक साल में नशे की बरामदगी में वृद्धि
16 मार्च, 2022 से 15 मार्च, 2023 तक के आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि पंजाब पुलिस ने 168 आतंकवादी/कट्टरपंथियों की गिरफ्तारी के साथ 31 राइफलें, 201 रिवॉल्वर/पिस्तौल, 9 टिफिन इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), 8.72 किलोग्राम आरडीएक्स और अन्य विस्फोटक, 11 हैंड ग्रेनेड, डिस्पोज्ड़ रॉकेट लॉन्चर की दो स्लीव्स, 30 ड्रोन और एक लोडेड रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड बरामद करने के साथ 26 आतंकी मॉड्यूल्स का भंडाफोड़ किया है।
इसी तरह, एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने 6 अप्रैल, 2022 को अपने गठन के बाद से 582 गैंगस्टरों/अपराधियों को गिरफ्तार करने और पांच को बेअसर करने के बाद 162 गैंगस्टरों/अपराधियों मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने में सफलता प्राप्त की है, साथ ही 586 हथियार एवं 131 वाहन बरामद किए हैं। जाहिर है, सत्ता में आने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने राज्य से गैंगस्टरों का सफाया करने के लिए एडीजीपी प्रमोद बान की अध्यक्षता में एक विशेष गैंगस्टर-विरोधी टास्क फोर्स (एजीटीएफ) का गठन किया।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि मोहाली में खुफिया मुख्यालय भवन में आरपीजी हमला, पंजाबी गायक शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला की हत्या; बरगाड़ी बेअदबी के आरोपी प्रदीप कुमार की हत्या; पीएस सरहाली, तरनतारन में आरपीजी हमला; सुधीर सूरी और भूपिंदर सिंह चावला उर्फ टिम्मी चावला की हत्याओं सहित अप्रैल 2022 में छह जघन्य अपराध की बड़ी घटनाएं हुईं थीं; और पंजाब पुलिस ने रिकॉर्ड समय में इन सभी मामलों को प्रभावी ढंग से हल करने में कामयाबी हासिल की है।
पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए डीजीपी की पहल
पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस ने नशों के खि़लाफ़ निर्णायक जंग छेड़ी है, जिसके नतीजे में 16 मार्च, 2022 से अब तक 13 हजार 94 एफ़आईआर दर्ज कर 17 हजार 568 नशा तस्करों को गिरफ़्तार किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब पुलिस ने केवल एक साल में रिकॉर्ड 863.9 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है।’’
गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने राज्य भर से 716.9 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है और इसके अलावा, पंजाब पुलिस की टीमों द्वारा गुजरात और महाराष्ट्र के बंदरगाहों से 147.5 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई है, जिससे हेरोइन की कुल प्रभावी बरामदगी 863.9 किलोग्राम हो गई है। इसके अलावा, पुलिस ने राज्य भर से 888 किलोग्राम अफीम, 1229 किलोग्राम गांजा, 464 क्विंटल पोस्त और 70.16 लाख गोलियाँ/कैप्सूल/टीके/फार्मा ओपिओइड की शीशियाँ भी बरामद की हैं। पुलिस ने पिछले एक साल में गिरफ्तार नशा तस्करों के कब्जे से 10.36 करोड़ रुपए की ड्रग मनी भी बरामद की है।
उन्होंने कहा कि एनडीपीएस मामलों में घोषित अपराधियों (पीओ)/भगोड़ों को गिरफ्तार करने के लिए चल रही विशेष मुहिम के तहत पंजाब पुलिस ने 16 मार्च, 2022 से अब तक 828 पीओज़/भगोड़ों को गिरफ्तार किया है।
डीजीपी गौरव यादव ने दोहराया कि पंजाब पुलिस सीमावर्ती राज्य से नशे के खतरे को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है और नशा बेचने वालों पर नकेल कसने के लिए समय-समय पर कई विशेष नशा विरोधी मुहिम चलाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध
इस बीच, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सत्ता में आने के बाद ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर पुलिस कर्मियों के परिवारों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि को बढ़ाकर 1 करोड़ रुपए कर दिया है। यह राशि एचडीएफसी बैंक द्वारा दिए जा रहे एक करोड़ रुपये के बीमा कवर के अतिरिक्त है। पंजाब सरकार ने पुलिस कल्याण के लिए बजट आवंटन भी 10 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 15 करोड़ रुपए कर दिया है।
अब भगवंत मान सरकार द्वारा आतंकवादियों/गैंगस्टरों/ड्रग तस्करों के खिलाफ की गई कार्रवाई के आंकड़ों को एक नजर देख कर समझने की कोशिश करते हैं।
आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई
पंजाब सरकार ने आतंकवादियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए 26 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। जिसमें 168 आतंकवादी/कट्टरपंथी गिरफ्तार किए गए। आतंकवादियों के पास से कुल 31 राइफलें और 201 रिवॉल्वर/पिस्तौल बरामद किए गए। कुल 9 टिफिन आईईडीज़ बरामद हुए और 8.72 किलोग्राम आरडीएक्स और अन्य विस्फोटकों की बरामदगी हुई। इसके साथ ही आतंकवादियों से कुल 11 हथगोले और 30 ड्रोन बरामद हुए।
गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई
वहीं गैंगस्टरों की बात करें तो पंजाब सरकार ने कुल 162 मॉड्यूल्स का पर्दाफाश किया है। जिसमें से 582 गैंगस्टर/अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। 5 गैंगस्टर को निष्प्रभावी कर दिया गया। साथ ही इन गैंगस्टरों के पास से 586 हथियार और 131 वाहन बरामद हुए।
ड्रग्स के खिलाफ कार्रवाई
इसी प्रकार ड्रग्स के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पंजाब सरकार ने कुल 17 हजार 568 ड्रग तस्कर या ड्रग आपूर्तिकर्ता को गिरफ्तार किया है। जिसमें से कुल 13 हजार 94 एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं इस तस्करों के पास से कुल 863.9 किलोग्राम हेरोइन, कुल 888 किलोग्राम अफीम, कुल 1229 किलोग्राम गांजा, 464 क्विंटल पोस्त, 70.16 लाख फार्मा ओपिओइड की कुल गोलियां/कैप्सूल/टीके/शीशियाँ बरामद हुई है। इसके साथ ही कुल 10.36 करोड़ रुपए ड्रग मनी भी बरामद हुई है। और अंत में एनडीपीएस मामलों में घोषित 828 अपराधियों/भगोड़ों की गिरफ्तारी की गई है।