विप्लव विकास
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Sep- 2022 -25 Septemberसामयिक
कब तक हिन्दी दिवस मनाएं सरकार?
स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ति पर जहाँ ‘राजपथ’ ‘कर्तव्यपथ’ हो जाता है और पराधीनता के प्रतीकों को मिटाने की बात देश के प्रधानमन्त्री करते हैं वहीं उन्हें ये भी विचार करना चाहिए कि हमारी राजकाज की भाषा के आसन…
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17 Septemberबिहार
बिहार के विकास में बाधक गठबन्धन की राजनीति
बिहार अपनी राजनीतिक फेरबदल के कारण राष्ट्रीय मीडिया में छाया हुआ है। नितिश कुमार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबन्धन से अलग होकर महागठबन्धन के साथ मिलकर सरकार बनाई। सत्ता पक्ष में कुछ चेहरे भी बदले हैं। परन्तु बिहार अपना चेहरा…
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Aug- 2022 -26 Augustचर्चा में
एनडीटीवी, रविश और मोदी का रिश्ता पुराना है
जब से लोगों को यह पता चला है कि गौतम अडानी ने एनडीटीवी का शेयर खरीदा है, दो पक्षों में बंटे लोगों की मुख्यत: दो प्रकार की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ लोग खुश हैं, ताने मार रहे…
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11 Augustदेश
बंगाल : भारत विभाजन की प्रयोगशाला
स्वाधीन भारत में जन्म लेने वाले आप और हम शायद विभाजन की विभीषिका वर्ष में एक दो बार पंद्रह अगस्त के समय याद कर लेते होंगे अथवा वो भी नहीं। परन्तु हमारा बंगाल अभी भी नहीं भुला। जी हाँ,…
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1 Augustसामयिक
पश्चिम बंगाल में शिक्षक बेहाल
1970 साल! बंगाल में नक्सली अत्याचार की तरुणाई का काल। भारत के शिक्षा जगत में सुपरिचित जादवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति गोपाल सेन की गला काट कर हत्या कर दी गई। ये उसी बंगाल की धरती पर हुआ जिसे भारतीय…
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Jul- 2022 -21 Julyसामयिक
‘एकुशे जुलाई’ : बर्बर वामपन्थी और ममता बनर्जी का संघर्ष
पिछले सौ वर्षों से विश्व का बुद्धिजीवी वर्ग और लगभग पचास वर्षों से पश्चिम बंगाल सहित वामपन्थी जमात के संस्पर्श में आये लोग ‘सांइटिफीक सोशियलिज्म’ का नाम सुन रहे हैं। परन्तु क्या ‘सांइटिफीक रिगिंग’ याद है? सांइटिफिक रिगिंग चुनाव…
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11 Julyसामयिक
बहुसंख्यक मुस्लिमों को समानता का अधिकार मिले
लाहौर विश्वविद्यालय में एक सर्वेक्षण किया गया जिसमें छात्रों से कैमरे पर सवाल पूछा गया था कि जाति कैसे उनके प्रेम सम्बन्धों और दोस्ती के बारे में उनके द्वारा लिए गए निर्णयों को प्रभावित करती है। इन छात्रों में…
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1 Julyसामयिक
जन प्रबोधन वामपंथी षड्यंत्रों का मुक्ति मार्ग है
साल 1959! कमजोर मानसून से चावल का उत्पादन बहुत कम हुआ था। बिचौलिओं ने खाद्यान्न का भंडारण कर ब्लैक में ऊंची कीमत पर बेचना शुरू कर दिया था। इससे बेतहाशा मूल्यवृद्धि हुई जिसे रोकने के लिए सरकार ने ‘राइस…
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Jun- 2022 -30 Juneचर्चा में
संगठित जिहाद का जड़ से इलाज हो !
‘सर तन से जुदा, सर तन से जुदा’ आप भी एक महिने से सुन रहे होंगे इस नारे को! कल दिन दहाड़े कन्हैयालाल जो कि उदयपुर में एक दर्जी की दुकान चलाते थे, का सर दो जिहादियों ने तन…
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