नरेंद्र सिंह बिष्ट
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Sep- 2022 -6 Septemberचरखा फीचर्स
कृषि से विमुक्त होता पर्वतीय समुदाय
कृषि उत्पादों में भारत विश्व में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है जिसका योगदान वैश्विक कृषि उत्पादन में 07.68 प्रतिशत है। 09 नवम्बर, 2000 को देश के 27वें राज्य के रूप में उत्तराखण्ड का गठन हुआ जो एक कृषि प्रधान…
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Mar- 2021 -8 Marchअंतरराष्ट्रीय
गांव तक महिला सशक्तिकरण को मज़बूत करने की ज़रूरत
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष दहेज़ के लिए मानसिक रूप से प्रताड़ित होने के बाद अहमदाबाद की आयशा द्वारा आत्महत्या ने जहाँ पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, वहीं यह सवाल भी उठने लगा है कि…
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Nov- 2020 -8 Novemberचरखा फीचर्स
लघु उद्योग बदल सकते है पहाड़ी गांवों का स्वरूप
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा प्रकाशित नवीनतम मानव विकास रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखण्ड में बेरोज़गारी दर 2004-2005 में 2.1 प्रतिशत से बढ़कर 2017-2018 में 4.2 प्रतिशत थी जो राज्य सरकार के लिए चिन्ता का विषय है। विशेषज्ञों का…
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Aug- 2020 -30 Augustमुद्दा
महिलाओं के साथ भेदभाव करता है समाज
भारत में हिंसा के सबसे अधिक केस महिलाओं से ही जुड़े होते हैं। जिनका रूप कुछ भी हो सकता है। हालांकि पुरूष प्रधान इस देश में हमेशा महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता रहा है। लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू यह भी है…
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May- 2020 -21 Mayचरखा फीचर्स
कोरोना भी रोक नहीं सका महिलाओं के कदम
भारत समेत पूरी दुनिया जब कोरोना महामारी के असीमित संकट से जूझ रही है और लॉक डाउन ने सारे कामकाज पर ताला लगा दिया है, ऐसे संकट काल में भी पहाड़ी महिलाओं के कदम निरन्तर बढ़ रहे हैं। उत्तराखण्ड…
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5 Mayचरखा फीचर्स
महिला सशक्तिकरण योजनाओं की हकीकत
लॉक डाउन के दौरान महिला हिंसा के आंकड़ों में वृद्धि इस बात का सबूत है कि हमारा समाज वैचारिक रूप से भले ही विकसित हो गया हो लेकिन जमीनी हकीकत इसके विपरीत है। ऐसा नहीं है कि सरकार द्वारा…
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