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All Posts By गजेन्द्र पाठक

02Oct
साहित्य

महात्मा गाँधी की भाषा दृष्टि

गजेन्द्र पाठकOct 02, 2020

  गाँधी के जीवन में भाषा को लेकर पहली उलझन तब पैदा हुई जब वे चौथी कक्षा में थे।...

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27Sep
मुद्दा

स्त्री जो नदी के दर्द को समझती है

गजेन्द्र पाठकSep 27, 2020

  नदी दिवस और बेटी दिवस का साथ साथ आना अपने आप में एक बड़ा प्रतीक है। दिवस...

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23Sep
शख्सियत

मैनेजर पाण्डेय होने का अर्थ

गजेन्द्र पाठकSep 23, 2020

  प्रोफेसर मैनेजर पाण्डेय का नाम पहली बार किरोड़ीमल कॉलेज के अपने मित्र...

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08Aug
स्त्रीकाल

स्त्री विमर्श के देशी आधारों की खोज

गजेन्द्र पाठकAug 08, 2020

  आज बैंगलोर विश्विद्यालय के इस गौरवशाली मंच पर जब हम स्त्री अस्मिता और...

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तुलसीदास आयर नामवर जी
27Jul
शख्सियत

आज तुलसीदास का भी जन्म दिन है और नामवर जी का

गजेन्द्र पाठकJul 27, 2020

  आज तुलसीदास का भी जन्म दिन है और नामवर जी का भी। नामवर जी ने अपनी जिन्दगी का...

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01Jul
साहित्य

जिन्दगी भर रहूँ, प्रवासी ही कहेंगे हाय

गजेन्द्र पाठकJul 01, 2020

  हिन्दी में हमारी पीढ़ी के आसपास तक शायद ही कोई साहित्य अनुरागी हो जिसके पास...

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  • बंगाल का बदलता राजनैतिक समीकरण
  • 15 वर्षों में भी नही खरी उतर पाई प्लानिंग, इम्प्लीमेंटेशन और मॉनिटरिंग में न्यू पेंशन स्कीम
  • बौद्धिक छद्म को उजागर करती “कवि की मनोहर कहानियाँ”

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