आयुष्मान खुराना
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सिनेमा
कला और कहानी के कसौटी पर गुलाबो-सिताबो
साहित्य एवं कला विमर्श के क्षेत्र में एक प्रचलित वाद है- कलावाद। जोकि यूरोप से चला और फ्रेंच भाषा में इसका नारा बना- “ल’ आर पूर ल’ आर” यानी “कला कला के लिए”। सामान्य शब्दों में कहें तो एक…
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सिनेमा
तीन लड़की, तीन रुपये और तीन पुलिसवाले – संदीप वसंत नाईक
संदीप वसंत नाईक तीन लड़कियों की कहानी 3 रुपयों से शुरू होती है और तीन पुलिसवालों की इर्द-गिर्द घूमती है, भारतीय संविधान की तीन मूल बातें – समानता, स्वतन्त्रता और भ्रातृत्व जैसे तत्वों से भरा भारतीय संविधान आज…
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