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All Posts By अमित कुमार सिंह

31Jul
शख्सियत

गोरखपुर में प्रेमचन्द : सौ साल पहले

अमित कुमार सिंहJul 31, 2020

  आज से सौ साल पहले यानी वर्ष 1920 में गोरखपुर ही मुंशी प्रेमचन्द का पता-ठिकाना...

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gulabo sitabo
14Jun
सिनेमा

कला और कहानी के कसौटी पर गुलाबो-सिताबो

अमित कुमार सिंहJun 14, 2020

  साहित्य एवं कला विमर्श के क्षेत्र में एक प्रचलित वाद है- कलावाद। जोकि यूरोप...

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22Mar
समाज

‘जीवन में स्पंदन का मंत्र : चटाक-चट-धा!’

अमित कुमार सिंहMar 22, 2020

  फनीश्वरनाथ रेणु की लोक-यथार्थ में पगी कहानियों में से एक कालजयी कहानी है –...

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15Jul
समाज

बाप की ही हिस्सा होती है बेटियाँ

अमित कुमार सिंहJul 15, 2019

  याद आता है फ़िल्म “ओंकारा” का एक संवाद, जो एक “भगा ली गई लड़की” का पिता...

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29Mar
सिनेमा

केसरी : युद्ध के मुलम्मे में मानवीयता के बाईस पहरेदारों की कहानी

अमित कुमार सिंहMar 29, 2019

  हाल के दिनों में इतिहास की कहानियों का पन्नों से उतरकर पर्दे पर चढ़ने का...

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11Mar
सिनेमा

“सोनचिड़िया : रेत पर नाव खेने की कहानी”

अमित कुमार सिंहMar 11, 2019

  आज के दौर में अगर डकैती पर केन्द्रित कोई फिल्म बनती है, तो यह सहज ही अनुमान...

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    सबलोगJan 29, 2023
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    बेजुबान पक्षियों को बचाने की मुहिम

    चरखा फीचर्सJan 24, 2023
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    बालिकाओं की सुरक्षा है हर व्यक्ति की जिम्मेदारी

    योगेश कुमार गोयलJan 24, 2023
  • एक फिल्मकार का हलफ़नामा : 11

    वीरेन नन्दाJan 19, 2023
  • कान्हे आली

    कान्हे आली

    अमरनाथJan 17, 2023
  • एक फिल्मकार का हलफ़नामा – 10

    वीरेन नन्दाJan 10, 2023
  • सोहराय पर्व

    संतालों का महान पर्व सोहराय

    कैलाश केशरीJan 10, 2023
  • आक्रामक होने का अवसर

    आत्मरक्षात्मक नहीं, आक्रामक होने का अवसर !

    रसाल सिंहJan 07, 2023
  • सरपंच

    लुभावै, सुहावै, उम्मीद जगावै ‘सरपंच’ री राजनीति

    तेजस पूनियांJan 04, 2023
  • सावित्री बाई फुले

    कितना पूरा हुआ बालिका शिक्षा पर सावित्री बाई फुले का सपना?

    उपासना बेहारJan 03, 2023
  • ट्रॉली बिछवाते हुए स्वाधीन दास

    एक फिल्मकार का हलफ़नामा : भाग 9

    वीरेन नन्दाJan 03, 2023
  • गाँधी और स्वराज

    महात्मा गाँधी और स्वराज का सपना

    किशोर कुमारDec 23, 2022
  • कउड़ा

    कउड़ा

    अमरनाथDec 21, 2022
  • अमन-चैन

    अमन-चैन के लिए उठाने होंगे और कड़े कदम!

    रसाल सिंहDec 19, 2022
  • भारत की जी-20 अध्यक्षता

    भारत की जी-20 अध्यक्षता: भारतीय संस्कृति द्वारा जलवायु संतुलन और सतत विकास को प्राथमिकता देने का अवसर!

    रसाल सिंहDec 16, 2022
  • भाषा की बहुलता

    भारतीय गाँवों में हिन्दी : स्थिति और गति

    सत्यदेव त्रिपाठीDec 12, 2022
  • बोरवेल में मौत

    बोरवेल में आखिर कब तक बच्चों का दम टूटेगा?

    योगेश कुमार गोयलDec 12, 2022
  • जिंदगी यू टर्न

    फिल्मी संवादों सी ‘जिंदगी यू टर्न’ सी

    तेजस पूनियांDec 09, 2022
  • मुक्तिबोध

    स्मारक में मुक्तिबोध

    जय प्रकाशDec 07, 2022
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    भारतीय राजनीति की प्रकृति

    धनंजय रायDec 07, 2022
  • A4 आन्दोलन

    प्रतिवाद को क्या शब्दों का अभाव!

    अरुण माहेश्वरीDec 07, 2022

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    तेजस पूनियांMar 23, 2021
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    महामारी, महिलाएँ और मर्दवाद

    जावेद अनीसApr 26, 2020
  • ऐसे भी जीते हैं लोग 

    मणीन्द्र नाथ ठाकुरMar 07, 2019
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    तेजस पूनियांApr 23, 2021
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    बसन्त हेतमसरियाApr 05, 2020
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    भारत की पीठ पर बौद्धिक बोझ

    वैभव सिंहApr 02, 2020
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    कोरोना महामारी क्या प्रकृति की चेतावनी है?

    विनोद तिवारीApr 14, 2020
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    रजनीJul 12, 2020
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    मजदूर आन्दोलन की तरफ बढ़ता देश

    प्रणय प्रियंवदMay 09, 2020
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    अमिताJan 23, 2018
  • स्वामी सहजानन्द सरस्वती : सन्यास से समाजवादी तक का सफर

    अनीश अंकुरJun 26, 2020
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    छटपटाते भारतीय प्रवासी मजदूर

    अनुराधा गुप्ताApr 21, 2020
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    सुभद्रा राठौरApr 15, 2020

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