sablog.in डेस्क- ‘म्हारी छोरियां, छोरो से कम है के’… फिल्म ‘दंगल’… पहला पोस्टर और दमदार टैगलाइन। लेकिन, रील नहीं यह रियल लाइफ है। यह हरियाणा है। यह सीएम मनोहर लाल की अंधेर नगरी है। जहां सबकुछ चौपट वाला हिसाब-किताब है। अब बात फिल्म ‘दंगल’ की… महावीर फोगाट की रियल ज़िंदगी को रील लाइफ ट्रीटमेंट। सिल्वर स्क्रीन पर कुश्ती के दांव-पेंच। दुश्मनों को धूल चटाती उनकी बिटिया। और, फिल्म सुपरहिट। चीन तक में हरियाणा की छोरियों का डंका बजता है।
पूरे हॉल में तालियों की गड़गड़ाहट से हरियाणा का सीना चौड़ा हो जाता है। अब, बात रियल लाइफ की…
और… वहशीपन की हदों को पार करने वाले हैवान…
हरियाणा का मेवात जिला। देश के सबसे पिछड़े जिलों में एक में शामिल। अपराध और अपराधियों की शरणस्थली। चंडीगढ़ ‘द सिटी ब्यूटीफुल’… सीएम मनोहर लाल का आवास। शासन का केंद्र, लेकिन मेवात और चंडीगढ़, अपराध बढ़ता जा रहा है। अपराधी खुले में घूम रहे हैं। और… सीएम साहब स्ट्रिक्ट एक्शन का धांसू वाला डायलॉग देने से नहीं चूकते। नतीजतन, मोरनी गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया जाता है। दूसरी तरफ, मेवात में आठ दरिंदें मिलकर एक प्रेग्नेंट बकरी से रेप करते हैं। बकरी मर जाती है… मालिक न्याय की गुहार लगा रहा है। पुलिस अपराधियों की तलाश कर रही है।
मनोहर राज में कथनी-करनी का फर्क पुराना
दरअसल, सिर्फ नाम का हरियाणा में मनोहर राज है। अगर काम की बात करें तो इतने लूपहोल्स मिलेंगे कि आप अंदाजा नहीं लगा सकेंगे कि हरियाणा में हो क्या रहा है? सरकार बहादुर के दावों के बावजूद अपराध चरम पर क्यों है? जवाब ना तो मनोहर सरकार के पास है और ना ही सीसीटीवी फुटेज के जरिए हरियाणा के अधिकांश अपराधों को सुलझाने का दावा करने वाली पुलिस के पास। हरियाणा का जिक्र देश के सबसे खराब राज्य में होता है, जहां महिलाओं के साथ हिंसा होती है। हर 20 मिनट पर एक रेप की वारदात को अंजाम दिया जाता है और सरकार सुरक्षा के नाम पर दावे करती रह जाती है।
बस… होड़ लेने की कोशिश, हकीकत ज़ुदा
14 जनवरी को ऐलान होता है कि लिंगानुपात में हरियाणा से सुधार करते हुए एक हजार लड़कों पर 914 लड़कियां तक पहुंच गई है। फिर क्या था… सीएम मनोहर लाल सामने आए, मीडिया के सामने अपनी पीठ थपथपाई और पीएम नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ नारे को सफलता का श्रेय दिया। अब बात नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के डाटा की करते हैं। साल 2016 में हरियाणा में सबसे ज्यादा गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया। इस साल अकेले हरियाणा में 191 गैंगरेप की वारदात हुए। शर्मनाक हकीकत यह है कि साल 2014 और 2015 में भी हरियाणा गैंगरेप में टॉप पर था।
महिलाओं के लिए सुरक्षित राज्यों में भाजपा सरकार नहीं…
अब एक हकीकत आपको बताते हैं। महिलाओं के लिए सुरक्षित राज्यों में एक भी भाजपा सरकार नहीं है। इन राज्यों का नाम हैं केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक। दूसरी तरफ हरियाणा के प्रत्येक जिले में वन स्टॉप सेंटर की शुरूआत करने की बात कही गई, ताकी हिंसा की शिकार महिलाओं को न्याय दिलाया जाए। सीएम मनोहर लाल ने इसे हरी झंडी दे दी है। यहां तक कि करनाल, भिवानी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, हिसार, रेवाड़ी, नारनौल में पहले से ही ऐसे केंद्र कार्य कर रहे हैं। बावजूद लगातार हरियाणा में महिलाओं और बेटियों की आबरू लूटी जा रही है। इसकी तस्दीक हर दिन साइबर सिटी गुरूग्राम, फरीदाबाद समेत दूसरे जिलों से आती रेप की वारदातें कर रही है।
अभिषेक मिश्रा
लेखक टीवी पत्रकार हैं
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