वीरेन नन्दा
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May- 2023 -16 Mayहलफ़नामा
एक फिल्मकार का हलफनामा भाग : 15
गतांक से आगे त्रिपुरारि शरण से बात कर पूना पहुंचा। पूना फिल्म एंड टेलीविजन संस्थान के गेट पर ऑटो से उतर प्रवेश किया तो संतरी ने रोका। मक़सद बताया तो फोन कर मेरा नाम पता हुलिया ले…
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Apr- 2023 -20 Aprilहलफ़नामा
एक फिल्मकार का हलफनामा : भाग 14
गतांक से आगे पिछले वर्ष 24 दिसंबर को हुए मुहूर्त वाले सीन को फिर से फिल्माना था जो अजय नांदे के कारण बर्बाद हो गया था। यह फिल्म का सबसे अहम हिस्सा था, क्योंकि…
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8 Aprilहलफ़नामा
एक फिल्मकार का हलफनामा : भाग-13
गतांक से आगे… शूटिंग करते जब रात घिरने लगी तब लाइट मैन को कहा कि एक सीन मुझे इस घर के बाहर का चाहिए, जिसमें पूरा घर तो दिखे ही, साथ ही इस घर का खपरैल…
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Feb- 2023 -22 Februaryहलफ़नामा
एक फिल्मकार का हलफनामा भाग – 12
गतांक से आगे… स्वाधीन दास के कलकत्ता जाने के बाद खत्री जी के अंतरंग और करीबी रहे मित्र युद्ध विक्रम मारूक तथा उनकी माँ की भूमिका के लिए आर्टिस्ट की जरूरत शेष रह गई थी तो…
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Jan- 2023 -19 Januaryहलफ़नामा
एक फिल्मकार का हलफ़नामा : 11
गतांक से आगे… संगीत संध्या कार्यक्रम पश्चात आगे की शूटिंग की योजना बनाने स्वाधीन दास के साथ बैठा और स्क्रीनप्ले के कुल दृश्यों (सीन्स) को कई भाग में इस तरह से बांटा ताकि पता चल सके कि एक…
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10 Januaryहलफ़नामा
एक फिल्मकार का हलफ़नामा – 10
गतांक से आगे…. दो दिन चले इस मुहूर्त-शूटिंग के पश्चात जब सबको विदा कर रहा था तो कैमरामैन ने कहा कि अब मैं समझा कि आप कैसी फिल्म बना रहे हैं, मुझे आगे…
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3 Januaryहलफ़नामा
एक फिल्मकार का हलफ़नामा : भाग 9
गतांक से आगे… …जिससे पूरे वातावरण में शोर गूँजने लगी… अब इस गूंज में कुछ बातें उछल-उछल कर कानों से टकराने लगी- ‘हीरो के हए… हीरो के छोड़ हेरोइन केन्ने हए… देख न ओन्ने कोठारिया में नुकायल हए……
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Oct- 2022 -1 Octoberहलफ़नामा
एक फिल्मकार का हलफ़नामा : 8
गतांक से आगे…. इसी बीच विवेक राव नमक एक लड़का मेरे द्वारा बनाई जाने वाली इस फिल्म के बारे जानकर पास आया। उसे ईटीवी द्वारा यह न्यूज़ मिली थी। चंपारण के रहने वाले उस…
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Sep- 2022 -20 Septemberहलफ़नामा
एक फिल्मकार का हलफ़नामा : भाग 7
गतांक से आगे… अब फिल्म शूट करने के लिए लोकेशन का प्रश्न सामने खड़ा था। सौ-डेढ़ सौ साल पहले का ऐसा मकान चाहिए था जो उस काल का दिखे और देखने वालों को खत्री…
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7 Septemberहलफ़नामा
एक फिल्मकार का हलफ़नामा : भाग 6
गतांक से आगे… ढाई महीनों की मशक्क़त के बाद जब स्क्रिप्ट मुकम्मल हो चला तो एक्टर-एक्ट्रेस के चयन के लिए यहाँ के नाट्यकर्मियों और संस्थाओं से बात की। सुनिश्चित तिथि को जुब्बा सहनी पार्क के सामने…
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