अरविंद सुरवाड़े
-
Apr- 2021 -14 Aprilशख्सियत
जातिविहीन समाज की आम्बेडकरवादी अवधारणा
भारतीय समाज में जाति एक कोढ़ की बीमारी की तरह फैली हुई है। इसका इलाज किए बगैर हम स्वस्थ, स्वाधीन समाज की कल्पना नहीं कर सकते। जाति भारतीय समाज का मूलभूत ढाँचा है। मनुस्मृति में जाति-प्रथा का समर्थन…
Read More »