रविभूषण

रविभूषण

लेखक जन संस्कृति मंच के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष हैं। सम्पर्क +919431103960, ravibhushan1408@gmail.com
  • Aug- 2022 -
    12 August
    देशआज़ादी और जनतन्त्र

    आजादी : सपना और हकीकत

      जिस आजादी का सपना प्रेमचन्द (31.7.1880-8.10.1936), भगत सिंह (28.9.1907 – 23.3.1931), अशफाकुल्ला खान (22.10.1900 – 19.12.1927) और गणेश शंकर विद्यार्थी (26.10.1990 – 25.3.1931) सहित अन्य कइयों ने देखा था, वह आजादी भारत को नहीं मिली। 15 अगस्त 1947 की…

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  • Jul- 2022 -
    2 July
    चतुर्दिकद्रौपदी मुर्मू की जीत

    द्रौपदी मुर्मू की जीत सुनिश्चित है

      पन्द्रहवें राष्ट्रपति चुनाव के लिए दायर 115 नामांकन पत्रों में से केवल दो उम्मीदवार – जनतांत्रिक गठबंधन की द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के उम्मीदवार यशवन्त सिन्हा के नामांकन पत्र सही हैं, पहले विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में पश्चिम…

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  • Jun- 2022 -
    22 June
    चतुर्दिकधर्म राजनीति और संस्कृति

    धर्म, राजनीति और संस्कृति

      हम सब एक भ्रष्ट और विकृत समय में जीने को अभिशप्त हैं। इस समय का निर्माण जिन शक्तियों ने (मुख्यत: आर्थिक, राजनीतिक एवं धार्मिक) किया है, उन शक्तियों की पहचान सबको है, ऐसा नहीं कहा जा सकता जिन्हें उनकी…

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  • May- 2022 -
    5 May
    अंतरराष्ट्रीयतीसरा विश्व युद्ध

    क्या तीसरा विश्व युद्ध अवश्यम्भावी है?

      24 फरवरी को यूक्रेन पर रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन द्वारा की गयी एक ‘विशेष सैन्य कार्रवाई’ कुछ समय बाद ही युद्ध का रूप ग्रहण कर चुकी है। पुतिन की आशा के विपरीत यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमिर जेलेंस्की युद्ध में…

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  • Mar- 2022 -
    23 March
    चतुर्दिकभगत सिंह

    आज का भारत और भगत सिंह

      इन दिनों जितनी चर्चा गाँधी (2.10.1869- 30.1.1948) और आम्बेडकर (14.4.1891 – 6.12.1956) की होती है, उतनी भगत सिंह (28.9.1907 – 23.3.1931) की नहीं। भगत सिंह आज के भारत के ‘सीन’ में कम क्यों है? उन पर विचार जारी है,…

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  • Jul- 2021 -
    11 July
    चर्चा मेंस्टेन स्वामी की मृत्यु

    स्टेन स्वामी की मृत्यु हुई है या हत्या?

      सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मदन बी लोकुर के अनुसार स्टेन स्वामी (26.4.1937 – 5.7.2021) के खिलाफ आरोप लगाये बिना और बिना मुकदमे के उन्हें मौत की सजा सुना दी गयी है। संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय यूनियन के प्रतिनिधियों…

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  • 3 July
    चर्चा में

    तुझे खामोश रहना है

      यह शीर्षक गुजराती साहित्य परिषद की पाक्षिक पत्रिका ‘निरीक्षक’ के 16 जून 2021 के अंक में प्रकाशित पारुल खख्खर की 14 पंक्तियों की कविता ‘तारे बोलवानुं नहि’ का हिन्दी अनुवाद है। इस कविता का हिन्दी अनुवाद इन पंक्तियों के…

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  • Jun- 2021 -
    22 June
    चर्चा मेंगुजराती लेखकों

    गुजराती लेखकों के विरोधी स्वरों की गूँज

      गुजरात साहित्य अकादमी एक सरकारी संस्था है और गुजराती साहित्य परिषद गुजराती साहित्य के विकास और उन्नति के लिए सही अर्थों में साहित्य परिषद है, जिसकी स्थापना रणजीत राय मेहता (25.10.1881 – 04.06.1917) ने गुजराती समाज के सभी वर्गों के लिए…

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  • 12 June
    चर्चा में

    और अब लिटरेरी नक्सल

    फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री और ‘गुजरात साहित्य अकादमी’ के अध्यक्ष विष्णु पाण्ड्या के बीच कुछ अद्भुत समानता है। 45 वर्षीय विवेक अग्निहोत्री मोदी सरकार के कट्टर समर्थक हैं और विष्णु पाण्ड्या को पद्मश्री की उपाधि नरेंद्र मोदी के प्रधानमन्त्री बनने…

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  • May- 2021 -
    23 May
    चर्चा में

    चित्रा मुद्गल और पारुल खक्कर

      77 वर्षीय चित्रा मुद्गल हिन्दी की प्रसिद्ध चर्चित लेखिका हैं और गुजराती कवयित्री 51 वर्षीय पारुल खक्कर चित्रा मुद्गल से 26 वर्ष छोटी हैं, जिनके नाम से 11 मई से पहले गुजरात के बाहर का साहित्य-संसार अपरिचित था। चित्रा…

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