रंगमंच में स्त्री के लिए जगह
हड़पने की संस्कृति का इनदिनों जिस तरह विकास हुआ है, वो कम होने का नाम नहीं ले...
हड़पने की संस्कृति का इनदिनों जिस तरह विकास हुआ है, वो कम होने का नाम नहीं ले...
लखीमपुर खीरी में जन्मे राज बिसारिया आज 86 साल से ज्यादा के हो चुके हैं। उम्र...
नाटक चाहे शास्त्रीय हो या लोक आज अगर इसमें दलित अभिव्यक्ति को ढूंढा जा रहा है...
आज के समय में सत्ता के दुर्ग द्वार के सम्मुख जहां रंगकर्मियों की एक बड़ी फौज...
(संदर्भ : सम्राट अशोक) साहित्य अकादमी द्वारा हिन्दी नाटक ‘सम्राट अशोक’...
गीत के कुछ बोल होते हैं जिसे लिखनेवाला खुद गाता है और खुद सुनता है। लेकिन...
अमृत राय हिन्दी साहित्य के लिए आज भी कोई नया नाम नहीं है, न उनका लिखा साहित्य...
पिछले कुछ दिनों या वर्षों से जब भी कोई सोशल मीडिया पर ‘दलित रंगमंच’ की...
ब्रेष्ट के समय जर्मन में हिटलर राष्ट्रवाद की ओट में जिस तरह यहूदियों पर दमन...
नुक्कड़ नाटक जो पर्याय है संघर्ष का, व्यवस्था के ख़िलाफ़ उठ खड़े होने का, समाज...