महात्मा गाँधी
-
राजनीति
संघ और गाँधी
यह मानने में न पहले किसी को हिचक थी, न अब है कि गाँधी-हत्या में आरएसएस की हिस्सेदारी थी। स्वयं संघ के लोगों का दैनन्दिन व्यवहार यह साबित करता रहा है। 30 और 31 जनवरी 1948 को संघ की…
Read More » -
आवरण कथा
भारत को लोकतन्त्रात्मक गणराज्य बनाने की चुनौतियाँ
घनश्याम संसदीय राजनीति में अमूमन लोग दलों को ही विकल्प मानते हैं। लेकिन भारत के संविधान ने ‘भारत के लोगों’ के प्रति ’आस्था’ प्रकट की है। भारत के लोग भी एक संघीय गणराज्य ‘लोकतन्त्रात्मक गणराज्य’ के रूप में…
Read More » -
राजनीति
कम्युनिस्टों और समाजवादियों की भारी भूलें
बीसवीं शताब्दी के बीस के दशक के आरंभिक दौर में, कई प्रमुख समाजवादी ग्रुप सक्रिय थे, जिन्होंने आज़ाद भारत को समानता और स्वतन्त्रता पर आधारित एक समाजवादी देश बनाने का काम किया था। भारतीय समाजवादी आन्दोलन के पिछले सौ…
Read More » -
शख्सियत
संकटग्रस्त दुनिया को गांधीजी की जरूरत
भरत डोगरा महानता की एक बड़ी कसौटी यह है कि विश्व की बुनियादी समस्याओं के समाधान में किसी व्यक्ति के जीवन व विचारों की कितनी उपयोगिता देर तक बनी रहती है। इस दृष्टि से देखें तो महात्मा गांधी…
Read More »