पुणे की संस्था सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल

  • परचम

    मरघट का मसीहा 

      “…खुदा कहलाने का शौक था जिसे मरघट का मसीहा बन कर रह गया ”  यह पंक्तियाँ हिन्दी के चर्चित कवि एक्टिविस्ट अजय सिंह की है जो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गयी हैं। लेकिन मेरे मित्र…

    Read More »
Back to top button