पहलवान की ढोलक
-
समाज
‘जीवन में स्पंदन का मंत्र : चटाक-चट-धा!’
फनीश्वरनाथ रेणु की लोक-यथार्थ में पगी कहानियों में से एक कालजयी कहानी है – “पहलवान की ढोलक”| आज़ादी के पहले के बिहार प्रान्त की पृष्ठभूमि में रची गयी इस कहानी में हैजा और मलेरिया के महामारी से जूझते एक…
Read More »