ईशनिंदा की नयी परिभाषा !

  • मुद्दा

    ईशनिंदा की नयी परिभाषा !

      क्या बाइबिल, हदीथ और कुरआन जैसे धर्मग्रंथों में लिखी किसी बात को सार्वजनिक रूप से पढ़ना, लिखना या उस पर विचार-विमर्श करना ईशनिंदा माना जाना चाहिए? स्ट्रासबर्ग स्थित मानवाधिकार की यूरोपियन अदालत (European Court of Human Rights) के हाल…

    Read More »
Back to top button