अरुण माहेश्वरी
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राजनीति
प्रशांत किशोर और काँग्रेस के बारे में अटकलबाज़ी पर एक नोट
प्रशांत किशोर के काँग्रेस में शामिल होने की चर्चा गर्म है। कोई नहीं जानता कि सचमुच ऐसा होगा। इस संशय के पीछे प्रशान्त किशोर का अपना इतिहास ही एक बड़ा कारण है। अब तक वे कई पार्टियों के चुनाव…
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देश
‘भारत बदल गया है’ पर एक नोट
जो अपने विषाद के क्षण में कहते पाए जाते हैं कि ‘भारत बदल गया है’, वे हमारे जीवन के यथार्थ के विश्लेषण में बड़ी चूक करते हैं। सच यह है कि भारत नहीं, भारत का शासन बदल गया है…
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समाज
वर्ग और जाति
वीरेन्द्र यादव की फेसबुक वॉल पर जाति और वर्ग के बारे में डॉ. राममनोहर लोहिया के विचार के एक उद्धरण* के संदर्भ में : जाति हो या वर्ग, दोनों ही सामाजिक संरचना की प्रतीकात्मक श्रेणियाँ (Symbolic categories) हैं। भले…
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राजनीति
बंगाल की पराजय के साथ ही मोदी काल का अन्त
सच कहा जाए तो बंगाल के चुनाव के साथ ही भारत की राजनीति का पट-परिवर्तन हो चुका है। दार्शनिकों की भाषा में जिसे संक्रमण का बिंदु, event कहते हैं, जो किसी आकस्मिक अघटन की तरह प्रकट हो कर अचानक…
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पश्चिम बंगाल
बंगाल के चुनावी संघर्ष में अवसादग्रस्त व्यक्ति की फ्रायडीय मृत्यु प्रेरणा
सीपीआई(एम) के अभी के छद्म सिद्धांतकारों ने पश्चिम बंगाल में अपना काम कर दिया है। राज्य में सीपीआई(एम) की संभावनाओं तक को जैसे हमेशा के लिए दफ़्न कर दिया है। सीपीआई(एम) के ये सिद्धांतकार एक लम्बे अर्से से द्वंद्वात्मकता प्रक्रिया…
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राजनीति
मोदी के ग़ैर-ज़िम्मेदाराना रुख़ के मूल में संघ की फ़ासिस्ट विचारधारा
आज कोरोना के डरावने मंजर को देखते हुए पूरी मोदी सरकार का बंगाल में डेरा डाल कर बैठे रहना, या जब भारत में संक्रमण की दर ने सारी दुनिया के लोगों को चिंतित कर दिया है, तब मोदी का…
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पश्चिम बंगाल
बंगाल में बीजेपी के बारे में प्रशांत किशोर का आकलन अतिशयोक्तिपूर्ण
बीजेपी को 2019 के लोकसभा चुनाव में बंगाल में 40 प्रतिशत मत मिले थे। वह 2016 के विधान सभा चुनाव में बीजेपी के 10.2 प्रतिशत मतों से एक लंबी छलांग थी। लेकिन टीएमसी के 43 प्रतिशत मत प्राय: स्थिर…
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सामयिक
कथित ‘कुलीनतावाद-विरोध’ और जनतन्त्र में आबादी के तर्क का सच!
संयोग से हमने आज ही ‘द वायर’ पर प्रताप भानु मेहता से अपूर्वानंद की साल भर पुरानी वार्ता को सुना। वार्ता साल भर पुरानी होने पर भी राजनीति शास्त्र में दैनंदिन राजनीतिक घटनाक्रमों से सिद्धांत-निर्णय की अकादमिक क्रियाशीलता पर…
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टिपण्णी
राजनीतिक विश्लेषक!
आज ‘द वायर’ पर कथित राजनीतिक विश्लेषक एक डॉ. सज्जन कुमार का बंगाल के चुनाव की परिस्थिति का विश्लेषण सुन रहा था। उनका कहना था कि उन्होंने पिछले दिसम्बर महीने में बंगाल की सभी 294 सीटों, अर्थात् बंगाल के…
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पश्चिम बंगाल
‘टुंपा राजनीति’ और वाम
कल (28 फरवरी को) कोलकाता के विशाल ब्रिगेड परेड ग्राउंड में वाम-कांग्रेस-एएसएफ की चुनावी सभा है। यह वाम-कांग्रेस के चुनावी रण में उतरने की दुंदुभी बजाने वाली सभा है। अभी के चुनावी समीकरण को देखते हुए मीडिया में भले…
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