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All Posts By राही डूमरचीर

संताली गीत
27Oct
समाज

संताली गीतों में हूल की विरासत

राही डूमरचीरOct 27, 2022

   हूल वह स्थाई सन्दर्भ है जो संतालों के जीवन और उनके गीतों में मौजूद दिखाई...

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22Oct
चर्चा में

भाषा की हिंसा और बारिश का विलेन हो जाना

राही डूमरचीरOct 22, 2022

            कभी किसी वरिष्ठ पत्रकार ने खेल की ख़बरों में भाषा की हिंसा को रेखांकित...

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संताल विद्रोह
30Jun
क्रन्तिनामाझारखंड

हूल का साहित्यिक परिदृश्य

राही डूमरचीरJun 30, 2021

  30 जून 1855 ई. का वह दिन, जिसके बाद न संताल परगना का, न झारखण्ड और न देश का इतिहास...

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02Sep
शख्सियत

अन्ततः मनुष्य होना पड़ता है कवि को

राही डूमरचीरSep 02, 2020

  अविभाजित बंगाल में ढाका जिला के विक्रमपुर में 02 सितम्बर 1920 को जन्मे बांग्ला...

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23Aug
शख्सियत

उठा निज मान लागिया

राही डूमरचीरAug 23, 2020

   दुनिया भर के जिन आदिवासी विद्वानों ने संयुक्त राष्ट्र संघ तक का ध्यान...

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