अनीश अंकुर
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Jul- 2020 -18 Julyअंतरराष्ट्रीय
क्या चीन ने कोरोना वायरस की बात दुनिया से छिपायी ?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ) को अमेरिका द्वारा मिलने वाली सहायता बन्द कर दी गयी है। डब्ल्यू.एच.ओ पर अमेरिका ने आरोप लगाया था कि कोविड-19 के वक्त उसने चीन के इशारे पर काम किया। अमेरिका अब डब्ल्यू.एच.ओ से बाहर भी…
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11 Julyअंतरराष्ट्रीय
क्या चीन का हश्र सोवियत संघ जैसा हो जाएगा?
चीन व अमेरिका को लेकर दुनिया भर में घमासान मचा हुआ है। अमेरिका लगातार चीन को घेरने की रणनीति में जुटा है। पिछले दो तीन दशकों की चीन अभूतपूर्व प्रगति अमेरिका की आँखों में अब खटकने लगी है। ये…
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Jun- 2020 -26 Juneएतिहासिक
स्वामी सहजानन्द सरस्वती : सन्यास से समाजवादी तक का सफर
पटना से 30 कि.मी पश्चिम बिहटा आजकल इन्डस्ट्रियल हब के रूप में परिणत होता जा रहा है। बिहटा के दक्षिण सड़क किनारे ही स्वामी सहजानन्द सरस्वती का ‘सीताराम आश्रम’ स्थित है। यहीं से उन्होंने देश भर के किसान आन्दोलन…
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7 Juneअंतरराष्ट्रीय
अमेरिका आखिर क्यों चीन को देखना नहीं चाहता?
चीन के विरूद्ध ट्रम्प प्रशासन द्वारा चीन के खिलाफ निंदा अभियान लगातार तेज होता जा रहा है। चीन-अमेरिका के मध्य चल रहे ट्रेड वार की पृष्ठभूमि में इस लड़ाई ने, कोराना काल में, एक नया आयाम ग्रहण कर लिया…
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1 Juneएतिहासिक
स्वामी सहजानन्द सरस्वती को अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा दिलाई वाल्टर हाउजर ने
वाल्टर हाउजर की पहली पुण्यतिथि (1 जून) के अवसर पर अनीश अंकुर आज एक जून है। बिहार से गहरा लगाव रखने वाले सुप्रसिद्ध अमेरिकी इतिहासकार वाल्टर हाउज़र की आज पहली पुण्यतिथि है। बिहार के प्रति वाल्टर हाउजर का…
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May- 2020 -5 Mayएतिहासिक
हम अपने लिए शासकों द्वारा निर्धारित भविष्य से इंकार करते हैं
अभी-अभी हमलोग एक नाटक देख रहे थे नीलामी घर। उसमें बार-बार कोरस की तरह जो अंतरा आता है वो उन सब चीज के बारे में बताता है कि ममता, धन-धान्य सब छह आना। यानी सब चीज छह आना में…
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4 Mayएतिहासिक
मोनालिसा की मुस्कान- यूनिटी ऑफ अपोजिट्स
‘मोनालिसा’ चित्रकला में एक प्रतिमान बन चुका है। इस पेंटिंग, ‘‘ला गियोकोंडा’’ जिसका लोकप्रिय नाम ‘‘मोनालिसा’’ है, ने कलाप्रमियों की कई पीढ़ियों को अपनी रहस्यपूर्ण गुणों से अभिभूत कर रखा है। कहा जाता है कि अब जो चित्र दिखाई…
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3 Mayएतिहासिक
लियोनार्दो दा विंची : चित्रकार, चिन्तक और क्रांतिकारी
महान चित्रकार लियोनार्दो दा विंची (1452-1519) की मृत्यु के पाँच सौवें वर्ष की समाप्ति (2 मई) के मौके पर लियोनार्दो दा विंची की मृत्यु हुए की पाँच शताब्दियाँ बीत चुकी है। मानव चिन्तन व संस्कृति के क्षेत्र के इस…
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Apr- 2020 -24 Aprilशख्सियत
उषा गांगुली का नाटक देखने ज्योति बसु आया करते थे
एक गैर हिन्दी भाषी प्रदेश पश्चिम बंगाल में रहकर हिन्दी रंगमंच की पूरे देश में पताका फहराने वाली उषा गांगुली के अचानक निधन से भारतीय रंगजगत स्तब्ध सा है। 23 अप्रैल की सुबह सवा सात बजे हृदयगति रूक जाने…
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22 Aprilएतिहासिक
वो कौन सा आदम है, जिसका तू खुदा है
लेनिन के डेढ़ सौवीं वर्षगाँठ ‘22 अप्रैल’ के अवसर पर व्लादिमीर लेनिन पर प्रख्यात रूसी कवि मायकोव्स्की की एक कविता है कि ‘‘हियर इज अ लीडर हू लीड द मासेस बाई हिज इंटेलेक्ट’‘ (यहाँ एक ऐसा नेता है…
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