अपना दल
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राजनीति
सहयोगी की बढ़ती स्वहित की ख़्वाहिश – संतोष देव गिरि
संतोष देव गिरि कहते हैं ख्वाहिशें अन्तहीन होती हैं जिनका कोई अन्त नहीं होता, लेकिन यदि ख्वाइशों का अन्त होता है तो परिणाम घातक होते हैं। अन्तहीन ख्वाहिशों से राजनीति भी अछूती नहीं है। वह तब जब ख़्वाहिश…
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उत्तरप्रदेश
कांग्रेस के माथे पर उधार का सिंदूर
कभी वो कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। यूपी ही नहीं, पूरे उत्तर भारत का केन्द्र बिन्दु रहा परन्तु अब हाल इस कदर बिगड़ चुका है कि चुनाव लड़ाने के लिए प्रत्याशी नहीं मिल पा रहे हैं। उधार के…
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