vibha thakur
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संस्कृति
लोक संस्कृति और महामारियों के देवी देवता
‘बिना परिचय के किसी से प्रेम नही हो सकता’ यह बात लोक संस्कृति के संदर्भ में भी कही जा सकती है। लोक संस्कृति से परिचित हुए बिना इनकी आस्थाओं और विश्वासों को नही जाना जा सकता। लोक समाज तर्क…
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मुद्दा
पोखर और तालाबों की पारम्परिक व्यवस्था
राज्य समाज के कल्याण के लिए साधन का काम करता है जबकि समाज स्वयं साध्य है। दूसरे शब्दों में कहें तो सदैव साधन का अस्तित्व साध्य के लिए है न कि साध्य का अस्तित्व साधन के लिए। लेकिन आधुनिक…
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मुद्दा
भूख और भोजन के बीच स्त्री
सदियों से स्त्री के दो रूपों का चित्रण साहित्य में हम देखते आ रहे हैं, पहला पोषण करती हुई स्त्री और दूसरा पोषण के एवज में दुख पाने को विवश स्त्री। इसीलिए तो मैथिलीशरण ने कहा -‘अबला जीवन हाय,…
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