santhal
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सामयिक
शोषण, अत्याचार और आर्थिक असंतोष बना संताल विद्रोह
30 जून 1855 को संताल परगना में अंग्रेजी शासन के खिलाफ विद्रोह शुरू हुआ। संताल विद्रोह का मुख्य कारण था महाजनों और साहूकारों के शोषण और अत्याचारों के खिलाफ संतालों का आर्थिक असंतोष। महाजनों और साहूकारों को दामिन-ए-कोह में…
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शख्सियत
आदिवासी समाज के क्रान्तिकारी नायक बिरसा मुंडा
भारत के इतिहास में बिरसा मुंडा (15 नवम्बर 1875 – 9 जून 1900) एक ऐसे आदिवासी नायक हैं जिन्होंने झारखण्ड में अपने क्रान्तिकारी विचारों से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक…
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धर्म
आदिवासी धर्म की माँग की हलचल
पिछले साल के विभिन्न धरना-प्रदर्शनों में आदिवासियों के लिए अपने धर्म कोड की माँग भी सुर्खियों में रहा। इसको लेकर टीवी पर कुछ वाद-विवाद हुए, कुछ बौद्धिक, राजनीतिक और समाजशास्त्रीय लेख पत्र-पत्रिकाओं में देखने-पढ़ने को मिले। कुछ अति उत्साही…
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