abdul gaffar
-
साहित्य
एक बेपरवाह अफसाना निगार
सआदत हसन मंटो की क़ब्र के कुत्बा (समाधि लेख) से माख़ूज़.. ‘यहाँ सआदत हसन मंटो दफ़्न हैं, उसके सीने में फ़न-ए-अफ़साना निगारी के सारे असरार-व-रमूज़ दफ़्न हैं। वो अब भी मनों मिट्टी के नीचे सोच रहा है कि वो…
Read More » -
समाज
कोरोना नही करोंदा की कहानी
आज अपने करौंदा के ख़ूबसूरत सफेद फूलों के बीच बैठने पर पूरानी बातें याद आने लगीं। लड़कपन में करौंदा का फल नमक के साथ हम लोग ख़ूब चटखारे लेकर खाया करते थे। खट्टे पन और कसैले पन के चलते…
Read More » -
सामयिक
लॉक डाउन
क्या होता है लॉकडाउन? लॉकडाउन एक इमर्जेंसी व्यवस्था होती है। अगर किसी क्षेत्र में लॉकडाउन हो जाता है तो उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। जीवन के लिए आवश्यक चीजों के लिए…
Read More » -
चर्चा में
जनता कर्फ्यू
रविवार को जनता कर्फ्यू की घोषणा के लिए प्रधानमंत्री जी बधाई के पात्र हैं। ये भले ही प्रयोग लगे लेकिन मानवता की हिफ़ाज़त के लिए ज़रूरी क़दम है। एक दिन के लिए ही सही, आप का भीड़ से अलग…
Read More » -
समाज
रिश्ते नाते कहीं खोते जा रहे हैं
मां बाप के संस्कार और गुरु उस्ताद के सदाचार पर मोबाइल और टेलीविज़न बहुत तेज़ी से डाका डाल रहे हैं। उद्दंडता और नग्नता का प्रयोग मोबाइल और टेलीविज़न पर तेज़ी से सफल हो रहा है। दादी नानी की गोदी…
Read More » -
शख्सियत
सआदत हसन मंटो और फ़िल्म “मंटो कल और आज”
– – नाम तो सुना होगा ? “ठंडा गोश्त” – – -(कहानी) कुलवन्त कौर भरे-भरे हाथ-पैरों वाली औरत थी। चौड़े-चकले कूल्हे थुल-थुल करने वाले गोश्त से भरपूर। कुछ बहुत ही ज्यादा ऊपर को उठा हुआ सीना,तेज आँखें, ऊपरी होंठ पर…
Read More » -
राजनीति
कांग्रेस को कम न आंकें – अब्दुल गफ्फार
प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को राष्ट्रीय महासचिव बनाया जाना कांग्रेस को कम आंकने वालों के लिए गंभीर चुनौती है। भाजपा तो कांग्रेस के लिए मुख्य विरोधी दल है ही लेकिन अब सपा बसपा और राजद के लिए भी ये…
Read More »