अजय तिवारी

  • चर्चा में

    दिशाहीनता काँग्रेस को ले डूबेगी

           वर्तमान काँग्रेस में न आदर्श की प्रेरणा बची है, न संघर्ष की क्षमता। केंद्र में सत्ता-वापसी दूर खिसकती जा रही है और राज्यों में जनाधार सिकुड़ता जा रहा है। परिणामस्वरूप संगठन पर नेतृत्व का प्रभाव घट रहा है…

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  • चर्चा मेंजाफराबाद

    शाहीनबाग, जाफराबाद और गाँधी

      मैं 1970 में दिल्ली आया। पचास वर्षों में ऐसा पहली बार हो रहा है कि केन्द्र की सत्ताधारी सरकार के सीधे नियंत्रण में दिल्ली को हिंसा और तबाही के रास्ते पर ठेला जा रहा है। यह तटस्थ रहने का…

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  • देशकालसंघ की दंगाई योजना

    संघ की दंगाई योजना

      पुरानी दिल्ली के हौज़ क़ाज़ी इलाक़े में मोटर साइकिल पार्क करने के मुद्दे पर मारपीट के बाद सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया था। कुछ बदमाशों ने एक मंदिर में तोड़फोड़ करके माहौल बिगाड़ने का आधार भी दे दिया। भाजपा…

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  • देशनिजी क्षेत्र के हाथ में सरकार

    निजी क्षेत्र के हाथ में होगी केन्द्र सरकार?

      पाँच सालों में केन्द्र सरकार में भर्तियाँ नहीं हुईं। अब यह हाल है कि सचिव, उपसचिव, निदेशक के पदों पर निजी क्षेत्र से 400 बड़े अधिकारी आयात किये जा रहे हैं। इसका एक मतलब यह भी है कि सरकार…

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  • मुद्दाराष्ट्रवाद की आँधी

    आत्मनिरीक्षण का समय

      राष्ट्रवाद की आँधी में केवल जाति-धर्म के समीकरण नहीं लड़खड़ाए, क्षेत्रीय हित भी गौण हो गए; सबसे बढ़कर रोज़गार के दिलफरेब गम भी ओझल हो गए| 18 से 22 साल के जो वोटर पहली बार मतदान कर रहे थे,…

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  • राजनीतिसंघ और गाँधी

    संघ और गाँधी

      यह मानने में न पहले किसी को हिचक थी, न अब है कि गाँधी-हत्या में आरएसएस की हिस्सेदारी थी। स्वयं संघ के लोगों का दैनन्दिन व्यवहार यह साबित करता रहा है। 30 और 31 जनवरी 1948 को संघ की…

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  • अंतरराष्ट्रीयराजदीप दासगुप्त

    राजनीति से हटकर

      हर बात को राजनीति मं घसीटकर देखना आज के वातावरण में आम बात हो गयी है। इसका प्रसार पिछले पाँच साल में हुआ है जबसे यह तर्क दिया जाने लगा है कि ‘क्या पहले ऐसा नहीं होता था क्या?’…

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  • देशशिक्षा और ज्ञान 

    शिक्षा और ज्ञान 

      अविजित पाठक ने वाजिब सवाल उठाया है कि मल्टीप्ल च्वॉयस क्वेश्चन की ऑब्जेक्टिव प्रणाली (MCQ प्रणाली) ने ज्ञान के रास्ते को अपूरणीय क्षति पहुँचायी है। सारा ज्ञान एक प्रश्न और चार उत्तर के विकल्प में सिमट गया है। 99%…

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  • चर्चा मेंज्ञानपीठ और भारतीय भाषा

    ज्ञानपीठ और भारतीय भाषा

      भारतीय ज्ञानपीठ का सम्मानित पुरस्कार श्री अमिताभ घोष को मिला है। वे अंग्रेज़ी के कथाकार हैं। उन्हें अपने अंग्रेज़ी लेखन के लिए सह पुरस्कार दिया गया है। हमारी बहस अमिताभ घोष की साहित्यिक गुणवत्ता पर नहीं है क्योंकि उसके…

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