ललित सुरजन
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शख्सियत
जनपक्षधरता पत्रकारिता के अजातशत्रु थे ललित सुरजन
प्रथम पुण्यतिथि पर विशेष साहित्य समाज का दर्पण है, समाज का प्रतिबिम्ब है। साहित्य समाज का लेखा -जोखा है। किसी भी राष्ट्र या सभ्यता की जानकारी उसके साहित्य से प्राप्त होती है। साहित्य लोकजीवन का अभिन्न अंग है। साहित्य के…
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शख्सियत
कहाँ वे चले गये
बात 2, 3 मार्च 2011 की है। अवसर था राजीव गाँधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अम्बिकापुर (छ.ग.) में मीडिया पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का। उस दौरान मैं महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा से जनसंचार में पीएच.डी. कर रही थी।…
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