यादवेन्द्र

  • चर्चा में

    सीखा किसी से भी जा सकता है

    केरल और तमिलनाडु की सीमा पर जंगल में पार करते एक हाथी (मुझे लगता है माँ हथिनी होगी) और उसके दो बच्चों का वीडियो अभी कुछ दिन पहले काफी वायरल हुआ। सुबह-सुबह शहर के लिए साइकिल से जाते एक युवक…

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  • शख्सियत

    जाति उन्हें अदृश्य बना देती है

      यादवेन्द्र दक्षिण भारत के प्रख्यात शास्त्रीय गायक टी एम कृष्णा निरन्तर कर्नाटक संगीत में व्याप्त वर्ण व्यवस्था या यूं कहें कि ब्राह्मणवादी वर्चस्व पर चोट करते रहे हैं, उस पर सवाल उठाते रहे हैं। इसको लेकर उनकी पारम्परिक यथास्थितिवादियों…

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  • अंतरराष्ट्रीयjuli jeh

    कोरोना बन्दी के सांस्कृतिक योद्धा 

      यादवेन्द्र   पूरी दुनिया में कोविड 19 की चपेट में आने पर सम्भावित मानव विनाश के मद्दे नजर अन्य गतिविधियों के साथ साथ सांस्कृतिक गतिविधियाँ महीनों से पूरी तरह ठप पड़ी हुई हैं – औद्योगिक कामकाज तो नए ढंग…

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  • मुद्दा

    क्या क्या कागज दिखाएँ 

      यादवेन्द्र   कितने निर्दोष और सरल हैं ये लोग जो थोड़े थोड़े अंतराल पर चुपके से यह बुदबुदा देते हैं कि नागरिकता संशोधन विधेयक पर कभी मन्त्रिमण्डल में बात ही नहीं हुई – राष्ट्रपति से लेकर देश के प्रधान…

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  • देश

    कितना डरते हैं अन्यायी शासक

      यादवेन्द्र     उन्नीसवीं शताब्दी के पूर्वार्ध से बिहार से लाखों की संख्या में गरीब खेतिहर किसानों, मजदूरों और बेरोजगार पुरुषों और स्त्रियों को मामूली कर्जों की शर्तों में बाँध कर और खुशहाल व इज्जतदार जिन्दगी का सपना दिखा कर ब्रिटिश…

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  • मुद्दा

    जलवायु परिवर्तन: संस्कृति का संकट – यादवेन्द्र

      यादवेन्द्र   2004 के विनाशकारी सुनामी ने जब अंडमान को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया था तब अमिताव ने प्रभावित इलाकों में जा कर देश और दुनिया के बड़े अखबारों में तथ्यों पर आधारित बेहद भावपूर्ण वृत्तांत लिखे।मैंने…

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  • व्यंग्य

    अब झूठ बोलना पाप नहीं है –  यादवेन्द्र

       यादवेन्द्र   मुझे अच्छी तरह याद है कि उस दिन शाम मैंने अपनी जेब में 2000 रुपये का एक नोट रखा था और उसमें पहले से कुछ और छोटे नोट पड़े थे। अगली सुबह जब मैंने अपनी जेब देखी तो उसमें बाकी…

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  • बिहार

    गंदगी बनाम सबकुछ दिखता है

    यादवेन्द्र भागलपुर से पटना आते हुए रास्ते में मोकामा के आस-पास खाने के लिए कुछ ढूंढ रहे थे सड़क पर – -दिल्ली की तरफ जैसे ढाबे होते हैं वैसे ढाबे इधर बिहार में नहीं दिखाई पड़ते सो हम मोकामा शहर…

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