कोरोना को हराने के लिए सभी पक्षों को निभाना होगा ईमानदारी से अपना दायित्व
- दीपक कुमार त्यागी
विश्व में बेहद तेजी से महामारी का रूप धारण कर चुकें कोरोना वायरस की घातक मार के चलते, आज कोरोना वायरस की हर देश में हर तरफ जबरदस्त चर्चा है, वायरस के तेजी से फैलते संक्रमण के चलते हमारे देश में स्थिति यह हो गयी है कि कोरोना वायरस को भारत में तेजी से फैलने से रोकने के लिए प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 24 मार्च को रात 8 बजे अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में, 25 मार्च से 21 दिन का 14 अप्रैल तक का देश में पूर्ण रूप से लॉकडाउन घोषित कर दिया है। प्रधानमन्त्री मोदी के द्वारा हम सभी देशवासियों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से लिए गए इस निर्णय को हम सभी को समय रहते ही अपने व देशहित में समझना होगा, सभी देशवासी लॉकडाउन का ईमानदारी से पालन करें, क्योंकि जब तक हम घर के अंदर बन्द है तब तक पूर्ण रूप से सुरक्षित है और उस समय घर के बाहर महामारी फैलाने वाले कोरोना वायरस का अस्तित्व खतरें में है, हमारे लॉकडाउन के समय घर में रहने के इस ईमानदार प्रयास से देश में धीरे-धीरे कोरोना का वजूद आने वाले समय में समाप्त हो सकता है, हम सभी को हौसले के साथ एकजुट होकर दृढतापूर्वक संकल्प व संयम के साथ घर में रहकर भारत से इस महामारी के वायरस का वजूद बहुत जल्द ही मिटाना है। वैसे भारतीय इतिहास में लॉकडाउन के चलते इस तरह के हालात पहली बार उत्पन्न हुए हैं। मानव चेन के द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण के बहुत तेजी से प्रसार के चलते, उस चेन को तोड़ने के उद्देश्य से आज हमारे देश के अधिकांश समझदार देशवासी अपने घरों के अंदर बचाव के लिए सरकार के आदेशानुसार बन्द हैं।
कोरोना वायरस के संक्रमण से अपने परिवार व रिश्तेदारों को बचाने के लिए घर-घर में कोरोना से बचाव के उपायों के बारे में जानने की जबरदस्त जिज्ञासा है, जिसका फायदा सोशल मीडिया के बयान वीर जमकर उठा रहे हैं, वो इस घातक कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के बारे में तरह-तरह के उपाय बता रहे हैं और इस बेहद तनावपूर्ण हालात में भी लोगों के बीच अफवाह फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। लेकिन हम सभी को हमेशा याद रखना है कि आधा-अधूरा ज्ञान के चलते यह नीम हकीम वाली प्रणाली एक पल में उस पर अमल करने वाले व्यक्ति के लिए खतरा-ए-जान बन सकती है, इसलिए सोशल मीडिया पर चल रही किसी भी बात की सत्यता परखें बिना उस पर अमल ना करें और ना ही उसको किसी दूसरे व्यक्ति को फारवर्ड करें। वैसे यहाँ आपको बता दे कि कोरोना वायरस का विश्व में अभी तक कोई कारगर इलाज नहीं है, भारत के अलावा भी बहुत सारे देशों के वैज्ञानिक इस घातक वायरस का इलाज ढूंढने के लिए पूरे जूनून के साथ लगें हुए हैं। कुछ देशों में इसकी वैक्सीन का ट्रायल शुरू भी हो गया है, जिसका सकारात्मक परिणाम आने पर उसको बाजार में आने में अभी लगभग दो वर्ष का लम्बा समय लग सकता है। आज के समय में इस कोरोना वायरस से बचाव ही एकमात्र सबसे कारगर उपचार है, इसलिए घरों में रहकर लॉकडाउन के नियमों का सही ढंग से पालन करें, क्योंकि इस वायरस से बचने का सबसे कारगर तरीका अभी तक सुरक्षित बचाव के उपायों पर अमल करना ही हैं। इसलिए कोरोना वायरस के संक्रमण से खुद को व अपने सभी परिजनों को सुरक्षित रखने के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदारी के साथ बचाव के लिए सरकार के द्वारा जारी किये गये दिशा निर्देशों का सही ढंग से समय से पालन करें। हमारे देश में आज इस कोरोना वायरस की ताकत ने विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में भी कभी एकजुट ना होने वाले देश के राजनेताओं व कुछ लोगों को भी तत्काल एकजुट कर दिया है, जो संकट से जूझ रहे देश के लिए अच्छी बात है। आज देश में उत्पन्न इस बेहद विकट परिस्थिति में हम सभी देशवासियों को यह समझना होगा कि ‘जान है तो ही जहान है’ अगर जान ही सुरक्षित नहीं रहेंगी तो यह धन-दौलत शोहरत किस काम आयेगी, इसलिए खुद को अपने परिजनों को पूर्ण संयम व संकल्प के साथ सावधानी बरतते हुए घरों में सुरक्षित रखें।
“कोरोना को हराना है,
देशवासियों को बचाना है,
इक्कीस दिन तक घर में रहकर,
खुद की जान बचाना है,
संकल्प और संयम की शक्ति से,
लॉकडाउन का पालन करके,
हमकों देश की जनता को बचाना है,
भारत को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाना है।”
हमें हर समय याद रखना कि पूरे विश्व में अभी तक बचाव ही इस कोरोना वायरस नामक घातक बिमारी का एकमात्र उपचार है। इस मंत्र के साथ ही हम सभी देशवासियों को खुद के, अपने परिजनों के व देश और समाज के हित में शपथ लेनी है कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकार के दिये गये हर निर्देश का पालन करेंगे, लॉकडाउन में हर परिस्थिति में घर के अंदर रहकर, इस घातक कोरोना वायरस को हराकर जल्द देश से भगाना है और देश की प्यारी जनता को संक्रमण से बचाना है।
।। जय हिन्द जय भारत ।।
।। मेरा भारत मेरी शान मेरी पहचान ।।