Suryakant Tripathi Nirala
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साहित्य
निराला की कविता का अन्तर्राग
यह संयोग ही है कि मेरे प्रियतम कवियों में निराला रहे हैं। जब मैं आठवी कक्षा का छात्र था तभी उनकी कवितायेँ गुनगुनाता था। इस पर मेरे शिक्षक श्री चिरोंजी लाल श्रीवास्तव जो वहीँ हमारे पड़ोस में रहते थे…
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साहित्य
निराला की साहित्य साधना: एक युगद्रष्टा व्यक्तित्व का स्मरण
बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए अपनी परम्परा का ज्ञान आवश्यक होता है। परम्परा में जो कुछ सार्थक है; उसे आत्मसात करते, उससे सीखते मनुष्य अपने समय के चुनौतियों का सामना करने का प्रयास करता है। हम आज जो…
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