1974 का आन्दोलन
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आवरण कथा
भारत को लोकतन्त्रात्मक गणराज्य बनाने की चुनौतियाँ
घनश्याम संसदीय राजनीति में अमूमन लोग दलों को ही विकल्प मानते हैं। लेकिन भारत के संविधान ने ‘भारत के लोगों’ के प्रति ’आस्था’ प्रकट की है। भारत के लोग भी एक संघीय गणराज्य ‘लोकतन्त्रात्मक गणराज्य’ के रूप में…
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आवरण कथा
दलीय लोकतन्त्र, चुनाव और जेपी
साल 1974 के बिहार जनआन्दोलन के क्रान्तिधर्मी एक नारा यह भी लगाते थे-‘तुम जनप्रतिनिधि नहीं रहे हमारे, कुर्सी गद्दी छोड़ दो’। यह नारा आजाद भारत के लोकतान्त्रिक ढांचे के क्षय होने की गहरी और मार्मिक अभिव्यक्ति थी। आखिर क्यों…
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