राजकुमार सिंह उत्तराखंड
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देश
आज़ादी का अमृत काल
रामायण में एक प्रसंग है जब सीता जी को वन में छोड़ने के बाद अयोध्या वासियों के मन में गुस्सा होता है। तब गुरु वशिष्ठ राजा श्री राम से कहते हैं कि राजा का धर्म है कि समय-समय पर…
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मीडिया
साप्ताहिक अखबार ही बना हिन्दी पत्रकारिता की आधारशिला
आजाद भारत के लोकतन्त्र मे स्वतंत्र रूप से काम कर रहे चौथे स्तम्भ को गिराने की तैयारी मे सरकार? पत्रकारिता दिवस तो हम सभी आजादी के बाद से ही लगातार मनाते आए हैं। क्या कभी आपने सोचा क्यूँ उस…
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शख्सियत
भारत को ‘विश्वगुरु’ नहीं बल्कि हर देश के बराबर बनाना चाहते थे नेहरू
वर्तमान समय मे जिस प्रकार से सोशल मीडिया के माध्यम से भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के चरित्र-हनन का विषाक्त अभियान चलाया जा रहा है। उन्हें ‘अभारतीय’ साबित किया जा रहा है। औपचारिक और अनौपचारिक मीडिया को इसके…
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सामयिक
आपदा में अवसर की नयी इबादत लिख रहा भारत
हमने अपने मन में हर चीज़ की एक छवि बना ली है। हम छवियों का एक समूह हैं और जीवनपर्यन्त उन छवियों को संतुष्ट करने में लगे रहते हैं, हमने कभी ख़ुद को संतुष्ट नहीं किया अपने भूतकाल को…
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