दम तोड़ती शिक्षण व्यवस्था
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शिक्षा
दम तोड़ती शिक्षण व्यवस्था और शिक्षक
‘‘राजा बोला- ‘रात है’ मंत्री बोला-‘रात है’ एक-एक कर फिर सभासदों की बारी आई उबासी किसी ने, किसी ने ली अँगड़ाई इसने, उसने-देखा-देखी फिर सबने बोला– ‘रात है…’ यह सुबह-सुबह की बात है…’’ गोविंद प्रसाद जी की ‘तीसरा पहर…
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