डॉ. नीरू अग्रवाल
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शख्सियत
आज होते तो क्या चाहते गुरु रविन्द्र?
गुरुवर रविन्द्र नाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर उनकी रचनाएँ याद आना लाजिमी है आपको भी आ रही होंगी। एक कविता जो बहुत प्रसिद्ध है, इन पंक्तियों की लेखिका को भी याद आई। बेहद पसन्द है और तीसरी कक्षा में…
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सामयिक
कोरोना काल का सकारात्मक पहलू-डिजिटल होता भारत
डिजिटल इण्डिया का नारा हम पिछले कुछ वक्त से सुन रहे हैं। 2014 में नरेन्द्र मोदी पहली बार देश के प्रधानमन्त्री बने तब से ही डिजिटलीकरण पर जोर दिया जा रहा है, ऐसा सुनने में आ रहा था। देशवासी…
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