खामोशी के मेले हों
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शख्सियत
ये अरमाँ है शोर नहीं हो, खामोशी के मेले हों
इस महामारी और लॉकडाउन के दौर में हम लगातार कई सदमे से गुजर रहे हैं। इन सबके बीच पता नहीं था कि दो सदमे ऐसे भी मिलेंगे, जिससे उबर पाना बेहद मुश्किल है। वे भी तब, जब आप चारदीवारी…
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