विनोद शाही
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Mar- 2024 -31 Marchदेश
हम भारत के लोग: किस भारत के कौन लोग?
एक दफा भारत का संविधान बन गया और उसकी प्रस्तावना में यह लिख दिया गया कि ‘हम भारत के लोग’ इस संविधान को लागू करने करवाने के पीछे की असल ताकत हैं, तो इस पर पुनर्विचार की प्रक्रिया…
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Dec- 2023 -22 Decemberसामयिक
गंगा-जमुनी तहज़ीब का सरस्वती-विलोप
असल समस्या यह नहीं है कि आज़ादी मिलने के पचहत्तर साल पूरे हुए जाते हैं, लेकिन राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी अभी तक अमृत-महोत्सव मनाने लायक नहीं हुई है। अपितु यह है कि वह अभी तक ज्ञानात्मक व्यवहार की…
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Jul- 2022 -31 Julyआवरण कथा
बेहतर भविष्य में प्रवेश का रास्ता – धर्म पंचायत
संगीतकार टी एम कृष्णा ने एक गौरतलब सवाल उठाया है कि “हमारे स्कूलों, घरों या सांस्कृतिक संस्थाओं में अब ‘सर्वधर्म प्रार्थनाएं’ क्यों नहीं होतीं। तो हम अचानक एक दिन अपने नागरिकों से यह उम्मीद कैसे कर सकते हैं…
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Apr- 2021 -15 Aprilचर्चा में
कम्पनी बाजार में आन्दोलित किसान
भारत में आधुनिक काल की शुरुआत और ईस्ट इण्डिया कम्पनी के भारत पर काबिज़ होने के बीच गहरा रिश्ता है। प्लासी युद्ध से सम्बद्ध 1757 को अगर हम भारत में आधुनिक काल की शुरुआत से जोड़ते हैं,…
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Feb- 2021 -12 Februaryचर्चा में
किसान आन्दोलन और उससे आगे
आशीष कोठारी और के जे ज्वाय के सम्पादन मे प्रकाशित किताब ‘अल्टर्नटिव फ्यूचर्ज़: इंडिया अनशैकल्ड’ (2019) में यह उम्मीद ज़ाहिर की गयी है कि भारत अगली सदी के आरम्भ होने तक अपने सम्भावित विकास की किन दिशाओं को…
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Jun- 2019 -2 Juneआर्थिकी
लोकतन्त्र उत्तरपूँजी का नवराष्ट्रवादी चेहरा हो गया है
भारत के 2019 के लोकसभा चुनावों ने इस बात को साबित कर दिया है कि हम उत्तरपूँजी के वैश्विक खेल की एक कड़ी बनने की स्थिति में आ गये हैं। हम उस दिशा में जा रहे हैं, जिधर अमेरिका…
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