संजय द्विवेदी
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Jun- 2022 -3 Juneप्रेस रिलीज़
‘नैरेटिव’ से ज्यादा जरूरी है ‘सच’: मेजर जनरल कटोच
भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) द्वारा सीआरपीएफ अधिकारियों के लिए आयोजित मीडिया संचार पाठ्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) ध्रुव कटोच ने कहा कि देश और देशवासियों की बेहतरी के लिए ‘नैरेटिव’ से ज्यादा ‘सच’ जरूरी है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया…
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Apr- 2022 -28 Aprilसमाज
IIMC-ICHR द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन
आज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर भारतीय जन संचार संस्थान और भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद् के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन सत्र को संबोधित करते हुए भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद् के सदस्य सचिव…
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16 Aprilशख्सियत
डॉ. इंदुशेखर तत्पुरुष को मिला 14वां पं. बृजलाल द्विवेदी साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान
प्रख्यात कवि, आलोचक एवं ‘साहित्य परिक्रमा’ के संपादक डॉ. इंदुशेखर तत्पुरुष को मीडिया विमर्श परिवार द्वारा शनिवार को नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित सम्मान समारोह में 14वें पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान से…
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Mar- 2022 -22 Marchसिनेमा
फिल्मों में भी दिखे भारत
समाज की बेहतरी, भलाई और मानवता का स्पंदन ही भारतबोध का सबसे प्रमुख तत्व है। फिल्म क्षेत्र में भारतीय विचारों के लिए यही कार्य ‘भारतीय चित्र साधना’ जैसी समर्पित संस्था विगत कई वर्षों से कर रही है। भारतीय चित्र…
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Jun- 2021 -29 Juneमुद्दा
आइए ड्रग्स मुक्त भारत बनाएं
बौद्ध दर्शन में संसार की जटिलता को समझाने के लिए बुद्ध ने चार आर्यसत्यों की बात की है। ये सत्य हैं – संसार में दुख है। दुख का कारण है। इसका निवारण है। और इसके निवारण का मार्ग…
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May- 2021 -31 Mayमीडिया
पठनीयता के संकट के बीच खुद को बदल रहे हैं अखबार
भारत में अखबारों के विकास की कहानी 1780 से प्रारम्भ होती है, जब जेम्स आगस्टस हिक्की ने पहला अखबार ‘बंगाल गजट’ निकाला। कोलकाता से निकला यह अखबार हिक्की की जिद, जूनुन और सच के साथ खड़े रहने की बुनियाद पर रखा गया।…
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30 Mayमीडिया
कोरोना संकट में संबल बनी पत्रकारिता
हिन्दी पत्रकारिता दिवस (30 मई) पर विशेष कोविड-19 के दौर में हिन्दी पत्रकारिता दिवस मनाते हुए हम तमाम प्रश्नों से घिरे हैं। अँग्रेजी पत्रकारिता ने अपने सीमित और विशेष पाठक वर्ग के कारण अपने संकटों से कुछ निजात पाई है। किन्तु…
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27 Mayविशेष
लोकमंगल के संचारकर्ता हैं नारद
नारद जयंती (27 मई) पर विशेष ब्रम्हर्षि नारद लोकमंगल के लिए संचार करने वाले देवता के रूप में हमारे सभी पौराणिक ग्रंथों में एक अनिवार्य उपस्थिति हैं। वे तीनों लोकों में भ्रमण करते हुए जो कुछ करते और कहते हैं,…
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20 Mayसामयिक
मानसिक स्वास्थ्य का रखें खास ख्याल
वक्त का काम है बदलना, यह भी बदल जाएगा कोविड-19 के इस दौर ने हर किसी को किसी न किसी रूप में गंभीर रूप से प्रभावित किया है। किसी ने अपना हमसफर खोया है तो किसी ने अपने…
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18 Mayस्मृति शेष
पर्यावरण के मुद्दे को मुख्यधारा की राजनीति का हिस्सा बनाने वाला नायक ‘अनिल माधव दवे’
उन्हें याद करना एक ऐसे व्यक्ति को याद करना है, जिसके लिए राजनीति का मतलब इस पृथ्वी और मानवता के सामने उपस्थित संकटों के समाधान खोजना था। उनका सुदर्शन, सजीला और नफासत से भरा व्यक्तित्व, मनुष्य जीवन के…
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