लोक रचनात्मकता सामाजिक आन्दोलन में अपनी बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। ऐसी लोक रचनात्मकतों में व्यष्टि और समष्टि की छवियाँ नारों, गीत-संगीत, नाटक और कविताओं के माध्यम से व्यक्त होती हैं। व्यष्टि के प्रतीकात्मक तत्व में समग्र चेतना के…