Poetry and Love

  • साहित्यकोरोजीवी कविता और प्रेम

    कोरोजीवी कविता और प्रेम

      मानव स्वभाव से रागी होता है। उसका रागात्मक सम्बन्ध ही व्यापक तौर पर प्रेमानुभूति का जनक है। वह जिस देशकाल में जन्म लेता है। उससे उसका रागात्मक सम्बन्ध होता है। अतः इस अर्थ में प्रेम सहज, स्वाभाविक एवं सनातन…

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