ashish shukla

  • सामयिकलोक और तन्त्र

    आपदा की कसौटी पर लोक और तन्त्र

      आशीष कुमार शुक्ल   विश्व के लिए यह कोरोना काल भले ही एक मानवीय त्रासदी की तरह हो, परन्तु यह लेख इसे भारत जैसे उदार-लोकतन्त्र में एक राजनीतिक त्रासदी के रूप में देखता है। एक ऐसी त्रासदी जिसमें ‘हम,…

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