amrita pritam
-
स्त्रीकाल
नारी स्वतंत्रता और ‘छिन्नमस्ता’
भारतीय समाज में अधिकांश स्त्रियाँ अपने व्यक्तिगत स्तर पर जिस दमन एवं शोषण को भोग रही हैं उसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। समाज के निर्माण में स्त्री और पुरुष दो परस्पर पूरक तत्व हैं, फिर समाज के संचालन…
Read More » -
शख्सियत
ठण्डी हवाएँ लहरा के आएँ.. साहिर लुधियानवी : सौ वर्ष
साहिर ने जब लिखना शुरू किया तब इक़बाल, फ़ैज़, फ़िराक आदि शायर अपनी बुलंदी पर थे, पर उन्होंने अपना जो विशेष लहज़ा और रुख़ अपनाया, उससे न सिर्फ उन्होंने अपनी अलग जगह बना ली बल्कि वे शायरी की दुनिया…
Read More » -
सिनेमा
‘गांजे की कली’ : पन्नों से लेकर पर्दे तक का सफर
प्रतिभा राणा हाल ही में अमृता प्रीतम की कहानी ‘गांजे की कली’ पर आधारित फिल्म ‘गांजे की कली’ देखी। इस फिल्म के निर्देशक डॉ. योगेंद्र चौबे हैं, जो राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के स्नातक हैं और वर्तमान में इंदिरा…
Read More »