मत्स्य धड़ में महिलामुख
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आवरण कथा
वैदिक साहित्य और तृतीयलिंगी
थर्ड जेंडर समुदाय की अवस्थिति प्राचीन काल से ही भारतीय समाज रही किन्तु दुर्भाग्यवश थर्ड जेंडर समुदाय को हाशियाकृत जीवन जीने के लिए विवश होना पड़ा। विशेष शारीरिक संरचना, व्यवहार तथा मनोविज्ञान के अनुसार थर्ड जेंडर पर वैदिक साहित्य…
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