नर्मदा आन्दोलन
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आन्दोलन परिक्रमा
राजनैतिक मूल्यों की अनुपस्थिति में – मेधा पाटकर
मेधा पाटकर घोषित हुए चुनाव नतीजों से चुनाव पर नजर रखने वाले लोग चकित हैं. जनतन्त्र की यह महत्वपूर्ण प्रक्रिया चुनाव, सत्ता के लिए नहीं, जनता के लिए आजतक जीवित है. इस पर भरोसा रखकर ही जनता आज तक अपने देश के शासन के साथ संसाधन, संपदा, संस्कृति, संरचना और संविधान चुने गए…
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महाराष्ट्र
सेंचुरी का श्रमिक संघर्ष और नेतागिरी
मेधा पाटकर नर्मदा घाटी के 33 से अधिक साल लड़ते आए किसान-मजदूर जल, जंगल, जमीन पर अपना हक जताते रहे हैं। लेकिन खेती घाटे का सौदा होते हुए खेतिहरों के बेटे-बेटियों को क्षेत्र के या बाहर के भी…
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